राजस्थान में रेत के टीलों को चीरकर बनेगा 295 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे, बढ़ेगा रोजगार और विकास
The Chopal : राजस्थान में अगले कुछ महीनों में नए एक्सप्रेसवे बनाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. इनकी डीपीआर तैयार की जा रही है. ये एक्सप्रेसवे राज्य को आर्थिक लाभ तो देंगे ही साथ ही लोगों के लिए रोजगार भी पैदा करेंगे. उद्योगों के लिए दूसरे राज्यों एवं बीकानेर के अलग-अलग जिलों माल पहुंचना आसान हो जाएगा जिस समय कम लगेगा और खर्च भी घटेगा. इसी कड़ी में बीकानेर से कोटपूतली तक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे ( Bikaner-Kotputli Green Field Expressway ) बनाया जाएगा. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 295 किलोमीटर होगी. इस एक्सप्रेसवे के जरिए बीकानेर से कोटपूतली और कोटपूतली से एनसीआर तक पहुंचना आसान हो जाएगा.
यात्रा में लगेगा कम समय
वर्तमान समय में बीकानेर से कोटपूतली पहुंचने के लिए 6 घंटे का समय लग जाता है. परंतु नया एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद यह समय घटकर आधा रह जाएगा. वाहन चालकों को साफ रोड मिलेगा साथ में ही फ्यूल का खर्च भी कम होगा . यह एक्सप्रेसवे समय की बचत और कम खर्चीला होगा. 2 महीने पहले इसकी डीपीआर बनाने को लेकर राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिव्या कुमारी ने मंजूरी दे दी थी. इसके बाद सर्वे के कार्य किए जा रहे हैं. बजट के दौरान राज्य सरकार ने जो एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की थी उसी में बीकानेर से कोटपूतली एक्सप्रेसवे भी शामिल है. यह एक्सप्रेस वे राजस्थान के बीकानेर वासियों को एनसीआर तक पहुंचने में काफी मददगार साबित होगा. क्योंकि इसके जरिए बीकानेर से कोटपूतली और कोटपूतली से एनसीआर मात्र 4 घंटे के समय में पहुंचा जा सकेगा.
प्रदेश में पर्यटन होगा मजबूत
इन एक्सप्रेसवे के जरिए प्रदेश के उद्योग और रोजगार सहित आर्थिक लाभ मजबूत होगा साथ में पर्यटन क्षेत्र में भी तेजी देखने को मिलेगी. क्योंकि अलग-अलग राज्यों से लोग राजस्थान में घूमने के लिए आते हैं. इस एक्सप्रेसवे के जरिए बीकानेर से कोटपूतली की दूरी 45 किलोमीटर कम हो जाएगी. और बीकानेर से कोटपूतली पहुंचने के लिए 4 घंटे समय की भी बचत होगी.