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UP के इस जिले में शुरू हुआ नया रेलवे स्टेशन बनाने का कार्य, विशेष दर्जा प्रोजेक्ट से पकड़ी रफ्तार

UP News : खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन परियोजना के तहत निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के इन दो क्षेत्रों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी से जोड़ना है। इसके तहत रेलवे ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है, और निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है।

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UP के इस जिले में शुरू हुआ नया रेलवे स्टेशन बनाने का कार्य, विशेष दर्जा प्रोजेक्ट से पकड़ी रफ्तार

Uttar Pradesh News : नई खलीलाबाद-बहराइच रेलवे लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। इस परियोजना के लिए रेलवे ने टेंडर प्रक्रिया पूरी की, खेसरहा में स्टेशन बनाने के लिए निर्माण सामग्री का गोदाम बनाया गया है और मिट्टी की पटाई की जा रही है। वहीं बांसी में छितौना और कोल्हुआ चकवा ग्रामसभा के मध्य रेलवे स्टेशन के लिए गौरी गांव के पास जमीन दी गई है।

विशेष परियोजना का दर्जा मिलने पर इस परियोजना ने गति पकड़ ली है। लंबे समय से प्रतीक्षा करने के बाद, बांसी व खेसरहा कस्बे को रेलवे लाइन से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू होने से स्थानीय लोग उत्साहित हैं। अक्तूबर 2018 में, खलीलाबाद से बहराइच तक 240 किमी की एक नई रेललाइन बनाने की अनुमति दी गई। इस परियोजना की लागत 4940 करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है। लक्ष्य 2026 तक इसे पूरा करना है। नई रेल लाइन जिले के बांसी और डुमरियागंज क्षेत्रों से गुजरेगी, इसके लिए 85 गांवों के किसानों की जमीन चाहिए।

 22 गांवों के किसानों की जमीन शामिल

इसमें बांसी तहसील के 22 गांवों के किसानों की जमीन शामिल है। पांच गांवों में जमीन अधिग्रहण का काम अंतिम चरण में है। 25 गांवों में शेष विशेष परियोजना में शामिल किसानों को भूमि मिलने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के 44 गांवों में भूमि अधिग्रहण के लिए भौतिक जांच की गई है। इन गांवों में रेलवे विभाग ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की है, जिसके बाद निर्माण शुरू होगा।

नई रेल लाइन परियोजना को पूरा करने का काम दो चरणों में किया गया है। पहले खलीलाबाद से बांसी तक का काम पूरा होना चाहिए। दूसरे चरण में बांसी से बहराइच तक का काम होगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पहले चरण में पांच वर्ष में भौतिक सत्यापन के बाद शुरू हुई। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में देरी हुई है क्योंकि भौतिक सत्यापन के बाद जिले में सामाजिक समाघात सर्वे में अधिक समय लग गया है।

263 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित

फिलहाल, खलीलाबाद से बांसी तक रेलवे लाइन बिछाने और स्टेशन बनाने के लिए 263 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित हो चुकी है। पूरी परियोजना के लिए 1,174 हेक्टेयर जमीन चाहिए। भारत सरकार के विशेष प्रोजेक्ट का दर्जा मिलने से बांसी से बहराइच के मध्य रेल लाइन के फेज-दो कार्य में तेजी आई है।
इस नए मार्ग पर 16 रेलवे स्टेशन और 12 हाल्ट बनेंगे: नई रेल लाइन परियोजना में संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच में 32 स्टेशन होंगे। इसमें 12 हाल्ट, 16 क्रॉसिंग स्टेशन और चार जंक्शन होंगे।

सांसी, खेसरहा, डुमरियागंज, बंजरहा, बरदेहरा, भिंगा, लक्ष्मनपुर, गोडपुरवा, इकौना, श्रावस्ती, खगईजोत, श्रीदातगंज, उतरौला, भग्गोभार, मेहदावल और भगौली में स्टेशन बनाए जाएंगे। इनके अलावा बारह हाल्ट स्टेशन बनेंगे, जो छोटे स्थानों को रेलवे से जोड़ेंगे। नई रेल परियोजना में दो बड़े पुल बनाए जाएंगे। इसके अलावा 118 छोटे-छोटे पुलों का भी निर्माण होगा। इसमें 32 मझोले पुल और 86 छोटे पुल बनाए जाएंगे।