किसानों के लिए खुशखबरी, अब 50 वर्गमीटर पॉलीहाउस पर मिलेगी 50 प्रतिशत सब्सिडी 

प्रदेश के किसान अब 50 वर्ग मीटर भूमि पर पॉलीहाउस लगा सब्जी व फूलों की संरक्षित खेती कर सकेंगे। इसके तहत सरकार ने पॉलीहाउस योजना में न्यूनतम 100 वर्ग मीटर जमीन के मानकों को कम कर 50 वर्ग मीटर किया है।

 

The Chopal: प्रदेश सरकार ने नाबार्ड की ग्रामीण अवस्थापना विकास निधि योजना के तहत क्लस्टर आधारित छोटे पॉलीहाउस लगाकर सब्जी व फूलों की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। इस योजना में पहले पॉलीहाउस लगाने के लिए कम से कम 100 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता थी, 

प्रदेश के किसान अब 50 वर्ग मीटर भूमि पर पॉलीहाउस लगा सब्जी व फूलों की संरक्षित खेती कर सकेंगे। इसके तहत सरकार ने पॉलीहाउस योजना में न्यूनतम 100 वर्ग मीटर जमीन के मानकों को कम कर 50 वर्ग मीटर किया है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में 21,398 पॉलीहाउस लगाने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को पॉलीहाउस लगाने पर सरकार द्वारा 80 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाएगी।

प्रदेश सरकार ने नाबार्ड की ग्रामीण अवस्थापना विकास निधि योजना के तहत क्लस्टर आधारित छोटे पॉलीहाउस लगाकर सब्जी व फूलों की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। इस योजना में पहले पॉलीहाउस लगाने के लिए कम से कम 100 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता थी, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों के पास बिखरी कृषि जोत होने के कारण सरकार ने मानकों में ढील देते हुए 50 वर्ग मीटर की आवश्यकता को मान्यता दी है।

इस योजना में 21,398 पॉलीहाउस लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें 50 वर्गमीटर आकार के 7,500 पॉलीहाउस और 100 वर्गमीटर आकार के 13,898 पॉलीहाउस शामिल हैं। इस योजना की कुल लागत 304 करोड़ रुपये है और इसके लिए नाबार्ड द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

पॉलीहाउस लगाने पर किसानों को 80 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान की जाएगी। सरकार का मानना है कि इस योजना से प्रदेश के एक लाख किसानों को स्वरोजगार का अवसर मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन की समस्या कम होगी। पॉलीहाउस से प्रदेश में उत्पादित होने वाली सब्जियों की उत्पादन में 15 प्रतिशत वृद्धि और फूलों की उत्पादन में 25 प्रतिशत तक वृद्धि की जानी है।

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