राजस्थान में यहां बनेगी नई ब्रॉडगेज रेलवे लाइन, 2 जिले आपस में सीधे जुड़ जाएंगे
The Chopal, Rajasthan Railway : राजस्थान को एक और ब्रॉडगेज रेलवे लाइन की सौगात मिली जो की मारवाड़ रेलवे लाइन में शामिल है राजस्थान के लिए यह इतिहास बन जाएगा इसका रूट मावली से देवगढ़ मदारिया है 99 किलोमीटर का रूट होगा कलियर, मावली ट्रेन के कुछ डिब्बे आपातकालीन ट्रेन सेवा में शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं, राजस्थान सरकार इस अहम फैसले पर लंबे समय से चल रही मावली मारवाड़ जंक्शन पैसेंजर ट्रेन भी बंद हो जाएगी 27 अप्रैल को काम शुरू कर दिया जाएगा
इस रेलवे लाइन के जुड़ने से उदयपुर मावली सीधे जोधपुर से जुड़ जाएंगे तथा मेवाड़ के प्रमुख तीर्थ स्थान पर जाने वाले श्रद्धालुओं अच्छा लाभ मिलेगा उदयपुर से जोधपुर रियासत को जोड़ने के लिए 1932 से लेकर 1936 तक काम चला 4 साल में कार्य पूर्ण हुआ
तकरीबन दो साल इस रूट पर ब्रॉडगेज का काम पूरा हो जाएगा । इस रूट बिजली का काम भी साथ में होगा। ये कार्य चरणों में होगा। पहला मावली से लावासरदारगढ़ व दूसरे फेज में लावासरदारगढ़ से देवगढ़ के बीच काम किया जाएगा। पहले फेज में का काम शुरू हाे गया है। गुजरात की एक निजी कंपनी को यह टेंडर मिला है।
शेष 52 किमी मीटरगेज रूट को हेरिटेज प्रॉपर्टी में शामिल किया
अभी मावली से देवगढ़ मदारिया रूट को ब्रॉडगेज करेंगे। यह 99 किमी का ट्रैक है। जबकि मावली से मारवाड़ जंक्शन तक कुल 151 किमी का ट्रैक है। प्रदेश में अभी सिर्फ यही 151 किमी का ट्रैक ही मीटरगेज है। इसमें से देवगढ़-मादरिया के आगे कामलीघाट, गौरम घाट, फुलाद और मारवाड़ जंक्शन का 52 किमी का हिस्सा नहीं बदला जाएगा।
इसे रेलवे द्वारा हैरिटेज प्रॉपटी में शामिल किया गया है। अक्टूबर 2023 में ही मारवाड़ से कामलीघाट के बीच प्रदेश की पहली हैरिटेज ट्रेन शुरू हुई है। बता दें, मावली से नाथद्वारा तक मीटर गेज और ब्रॉडगेज लाइन दोनों हैं।
जोधपुर का सफर करने के लिए दो ट्रेन बदलनी पड़ती है रेलवे एक्सपर्ट व सेवानिवृत स्टेशन अधीक्षक बीपी जैन ने बताया कि इस रूट पर ब्रॉडगेज बनने से उदयपुर से जोधपुर की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। अभी जोधपुर के लिए दो ट्रेन बदलकर वाया अजमेर होकर जाना पड़ता है।
अभी देवगढ़ मदारिया से आगे जोधपुर तक सीधी ब्रॉडगेज लाइन है। ब्रॉडगेज बनने से इससे सीधा उदयपुर मावली भी जुड़ जाएगा। मेवाड़ के प्रमुख तीर्थस्थल द्वारकाधीश, चारभुजा व नाथद्वारा एक ही रूट पर हैं।
मेवाड़-मारवाड़ को जाेड़ने शुरू हुई थी मीटरगेज
मावली-मारवाड़ ट्रैक आजादी से पहले बिछा दिया गया था। 1932 में उदयपुर से जाेधपुर रियासत काे जाेड़ने के लिए रेल लाइन बिछाने का कार्य शुरू हुआ जो 1936 में पूरा हुआ। पहले मेवाड़-मारवाड़ काे जाेड़ने का एक मात्र साधन था। इस पर भाप के इंजन चलते थे। उदयपुर से चलने वाली ट्रेन कुंवारिया स्टेशन पर वाटर टैंक भरा जाता था। धीरे-धीरे ट्रैक परिवर्तित होता गया।