UP News: उत्तर प्रदेश के इस रिंग रोड के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू, मिल रहा सर्किल रेट से इतना मुआवजा
 

UP News : उत्तर प्रदेश में बन रहे आउटर रिंग रोड में इस जिले के गांव की जमीन आ रही है। इस गांव के किसानों को सर्किल रेट से चार गुना से कम कीमत दी जा रही है। किसान जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि उनके साथ बहुत बड़ा अन्याय हो रहा है। किसानों की यह मांग है कि उनको सर्किल रेट से चार गुना अधिक कीमत दी जाए। पढ़ें पूरी खबर 

 

Kanpur Ring Road : उत्तर प्रदेश में बन रहे आउटर रिंग रोड में इस जिले के गांव की जमीन आ रही है। इस गांव के किसानों को सर्किल रेट से चार गुना से कम कीमत दी जा रही है। किसान जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं। फत्तेपुर ग्रामीणों से कानपुर आउटर रिंगरोड में गांव की जमीन आ रही है। सर्किल दर से चार गुना कम मुआवजा मिल रहा है। जो हम लोगों के साथ अन्यायपूर्ण है। सभी को चार गुना राशि दी जाएगी। सोमवार को ग्रामीणों ने इस मांग का विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को ज्ञापन दिया। फत्तेपुर सदर तहसील के परगना हड़हा क्षेत्र में स्थित है। जहां के लोगों ने डीएम को पत्र लिखा कि राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1956 के तहत उनके गांव की जमीन प्रस्तावित कानपुर आउटर रिंगरोड के लिए दी जा रही है। गांव पूरी तरह से आवासीय है और कृषि नहीं होती है।

ग्रामवासी शैलेंद्र कुमार, विमल कुमार, कार्तिकेय शुक्ला, राजकुमारी, देशराज, मिथलेश, सुषमा, शांति, मनीष जायसवाल, कल्लो, लक्ष्मी दीक्षित, गंगाराम, राम औतार, पुष्पेंद्र कुमार द्विवेदी और कुलदीप कुमार ने बताया कि संबंधित विभाग द्वारा गांव के प्राथमिक विद्यालय में लगाए गए कैंप में अमीन और लेखपाल ने मुआवजे की राशि प्रति हेक्टेयर 62 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर निर्धारित किए जाने की जानकारी दी थी।

कृषि भूमि के हिसाब से मिल रहा मुआवजा

बताया कि सरकारी मुआवजा कृषि क्षेत्र के हिसाब से है। लेकिन अधिग्रहण की जा रही जमीन आवासीय है। रजिस्ट्रार कार्यालय के सर्किल रेट के अनुसार जमीन प्रति वर्ग मीटर 4200 रुपये है। इसके चार गुना का भुगतान करना चाहिए। हालाँकि, प्रति वर्ग मीटर केवल 620 रुपये का भुगतान निर्धारित किया गया है। भूमि मालिक सरकार को इतनी कम रकम देने को तैयार नहीं हैं।

ग्रामीणों ने डीएम से मांग की है कि उन्हें सिर्फ बैनामें में अंकित सर्किल रेट के चार गुना की मुआवजा दी जाए। DM ने मामले की जांच करके ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ज्ञापन देने वालों में सरफराज आलम, अशरफ जहां, राजेंद्र कुमार, गणेश कुमार, प्रमोद कुमार सिंह, जय प्रकाश मिश्रा, शबाना, किशनलाल, पूजा, जया त्रिवेदी और आसफा एजाज शामिल थे।