Agri News: देश में इस जगह गोदरेज लगाएगी सरकार के साथ मिलकर प्लांट, इन किसानों को मिलेगा सीधा ये लाभ  

 

The Chopal, आंध्रप्रदेश: खेती के कारोबार से जुड़ी कंपनी गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड आंध्र प्रदेश में ‘खाद्य तेलों को रिफाइंड करने के लिए एक नया प्लांट लगाएगी. इसके लिए कंपनी ने 100 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव भी किया है. कंपनी ने वीरवार को एक बयान में कहा कि गोदरेज एग्रोवेट ने ‘आंध्र प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (एपीजीआईएस) 2023’ के मौके पर राज्य सरकार के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी किए हैं.

इस समझौते के तहत गोदरेज एग्रोवेट कंपनी खाद्य तेल रिफाइनरी और सॉल्वेंट निकास प्लांट लगाने के लिए अब 100 करोड़ रुपये का अनुमानित निवेश करेगी. इस नए प्लांट की अनुमानित शोधन क्षमता प्रति दिन 400 टन तक होगी. और इसे आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले के सीतानगरम में लगाया जाएगा.

गोदरेज एग्रोवेट के प्रबंध निदेशक बलराम सिंह यादव ने मीडिया से कहा कि यह समझौता ज्ञापन गोदरेज एग्रोवेट की लंबी अवधि की रणनीति के अनुरूप भी है. इससे किसानों को भी सीधा लाभ पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि इस रिफाइनरी प्लांट के बनने के बाद ताड़ के तेल उत्पादित करने वाले किसानों को भी लाभ होगा. साथ ही भारत के तेल मिशन को भी प्रेरणा भी मिलेगी. बलराम सिंह यादव ने कहा कि गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड एक विविध, अनुसंधान एवं विकास केंद्रित खाद्य और कृषि-व्यवसाय फर्म है. यह पशु चारा, फसल संरक्षण, ताड़ का तेल, डेयरी, पोल्ट्री और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का भी बिजनेस साथ में करता है.

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बांग्लादेश में भी एक ज्वाइंट वेंचर 

उन्होंने बताया कि गोदरेज एग्रोवे अपनी सहायक कंपनियों क्रीमलाइन डेयरी प्रोडक्ट्स लिमिटेड और गोदरेज टायसन फूड्स लिमिटेड के माध्यम से डेयरी, पोल्ट्री और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के लिए भी काम करती है. इसके अलावा कंपनी के पास बांग्लादेश में पशु चारा व्यवसाय के लिए एक ज्वाइंट वेंचर भी लगा है.

इस प्लांट के लगने से किसानों का काफी लाभ 

वहीं, बीते जनवरी महीने में खबर सामने आई थी कि गोदरेज एग्रोवेट तेलंगाना के खम्मम जिले में एक खाद्य तेलों के लिए रिफाइनरी प्लांट भी स्थापित करेगा. इसके लिए वह 250 करोड़ रुपए का तक निवेश करेगा. तब कहा जा रहा था कि इस प्लांट के बनने के बाद ताड़ के तेल को संशोधित करने की सुविधा की क्षमता 30 टन प्रति घंटा तक होगी, जिसे 60 tph तक बढ़ाया जा सकता है. गोदरेज एग्रोवेट ने वर्ष 2025-26 तक सुविधा को पूर्ण पैमाने पर संचालित करने की योजना भी बनाई है. इस प्लांट में सह-उत्पादन संयंत्र भी होगा और बिजली की जरूरत में आत्मनिर्भर होगा. बता दें कि तेलंगाना सरकार भी 20 लाख एकड़ में ताड़ के तेल के वृक्षारोपण और तिलहन उत्पादन में वृद्धि की योजना भी बना रहा है. ऐसे में इस प्लांट के लगने से किसानों का काफी लाभ पहुंचेगा.

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