NCR के इस शहर में बड़े-बड़े बिजनेसमैन खरीद रहे जमीन, प्रॉपर्टी में आएगा तगड़ा उछाल 

NCR - 2008 से स्थापित हुआ ग्रेटर नोएडा चारों क्षेत्रों में तेजी से विकसित हो रहा है। एनसीआर के इस शहर में बड़े बिजनेसमैन जमीन खरीद रहे हैं, उम्मीद कर रहे हैं कि यहां आने वाले समय में बड़ी कंपनियां स्थापित करने में सफलता मिलेगी।

 
  • ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने वाला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का पहला सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। 
  • ग्रेटर नोएडा के आसपास के क्षेत्रों से बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से घरों की मांग बढ़ गई है। 
  • ग्रेटर नोएडा को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र और नोएडा से जोड़ने वाली एक्वा लाइन पर 21 मेट्रो स्टेशन हैं। 
  • आगरा से दूसरा यमुना एक्सप्रेस जुड़ने से उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों तक आसानी से पहुंचने का एक अच्छा विकल्प है।

The Chopal, NCR Property- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा दिल्ली-एनसीआर से भी अधिक तेजी से विकसित हो रहा है। यहां कई परियोजनाओं ने ग्रेटर नोएडा की सुरत बदल दी है। 2008 से स्थापित हुआ ग्रेटर नोएडा चारों क्षेत्रों में तेजी से विकसित हो रहा है। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण इसका विकास कर रहा है। ग्रेटर नोएडा एक नया आवासीय और व्यापारिक केंद्र बन गया है।

इन पांच कारणों से करें घर की खरीद 

1. ग्रेटर नोएडा से संबंध

  • ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने वाला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का पहला सबसे बड़ा एयरपोर्ट है, इसलिए यह बहुत चर्चा में है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए यहां कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। 
  • ग्रेटर नोएडा के आसपास के क्षेत्रों से बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से घरों की मांग बढ़ गई है। यहां कुछ जरूरी बुनियादी ढांचों का सुधार हुआ है।
  • ग्रेटर नोएडा को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र और नोएडा से जोड़ने वाली एक्वा लाइन पर 21 मेट्रो स्टेशन हैं। ये सेक्टर 51 डिपो से ग्रेटर नोएडा जाती है।
  • उन्हें आगरा से दूसरा यमुना एक्सप्रेस जोड़ता है, जो उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों तक आसानी से पहुंचने का एक अच्छा विकल्प है।
  • 22 किलोमीटर लंबी लिंक रोड गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा को जोड़ती है, जिससे हर दिन सफर करने वाले लोगों का समय बचता है। NHC 24 पर भी यातायात कम होता है।

2. 30 सालों की तैयारी से बना ग्रेटर नोएडा शहर

एशिया का पहला शहर है जो अगले 30 वर्षों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास की योजना बना चुका है। ग्रेटर नोएडा को एक ग्रीन बेल्ट से बचाया गया है। इस सुंदर शहर में चौड़ी सड़कें और योजनाबद्ध बुनियादी ढांचा कम से कम लाल बत्ती देते हैं। ग्रेटर नोएडा में शिक्षा पार्क जैसे बड़े संस्थागत क्षेत्र हैं।

3. ग्रेटर नोएडा बड़े निवेशकों का बन रहा हब 

बड़े बिजनेसमैन अब ग्रेटर नोएडा में जमीन खरीद रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यहां आने वाले समय में बड़ी कंपनियां स्थापित करने में सफलता मिलेगी। पतंजलि समूह को यमुना एक्सप्रेसवे और औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway and Industrial Development Authority) से ग्रेटर नोएडा में पतंजलि फूड और हर्बल पार्क के लिए 300 एकड़ जमीन मिली। यमुना विकास प्राधिकरण ने भी पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड को 130 एकड़ जमीन दी है।

ऐसे ही कई कंपनियां ग्रेटर नोएडा में करोड़ों रुपये निवेश करने की इच्छा रखती हैं। यमुना विकास प्राधिकरण को इसके लिए लगातार प्रस्ताव मिल रहे हैं। उन प्रस्तावों पर प्राधिकरण सोच रहा है।

4. लोगों के लिए बेहतरीन सामाजिक माहौल—

ग्रेटर नोएडा में बड़े-बड़े फ्लैट खरीदने वालों के लिए सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं हैं। बड़े-बड़े घूमने के स्थानों में पार्क, मॉल, ब्रांडेड शोरूम, होटल और रेस्तरां बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में परी चौक के पास द ग्रैंड वेनिस मॉल है। सेक्टर 4 के पास स्थित दूसरा गौर सिटी मॉल ग्रेटर नोएडा में ये दो मॉल सबसे प्रसिद्ध हैं। दूर-दूर से लोग यहां शॉपिंग करने आते हैं। ये मॉल आराम से घूम सकते हैं।

5. ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन में भविष्य के विकास की उम्मीद

ग्रेटर नोएडा को एक्सटेंशन कहा जाता है। प्राधिकरण यहां पर आवासीय और वाणिज्यिक (आवासीय और व्यावसायिक) दोनों परियोजनाओं पर काम कर रहा है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से आगे परी चौक से आगे का क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। बिल्डर इन क्षेत्रों में घर बनाने को लेकर काम कर रहे हैं और कई अलग-अलग परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।