Gold Price: सोना लगातार दूसरे दिन सस्ता, चांदी भी हुई सस्ती
 

Gold Prices: सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है। बजट 2025-26 के पेश होने से पहले बाजार में हल्का करेक्शन देखा जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में नरमी आई है, जिससे घरेलू बाजार पर भी असर पड़ा है। वर्तमान में सोने के भाव में गिरावट खरीददारों के लिए सुनहरा मौका हो सकती है। बजट के बाद बाजार में रुख स्पष्ट होगा।

 
Gold Price: सोना लगातार दूसरे दिन सस्ता, चांदी भी हुई सस्ती

The Chopal : मंगलवार को लगातार दूसरे दिन सोना सस्ता हुआ है। बजट पेश होने से पहले सोने की इच्छा कम हो रही है। सोने का भाव घरेलू बाजार में थोड़ी कमी और वैश्विक बाजारों में कमजोरी के कारण नरम रहा। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन सोना सस्ता हुआ है। बजट पेश होने से पहले सोने की इच्छा कम हो रही है।  28 जनवरी को 10 ग्राम 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने का भव 230 रुपये तक कम हुआ है। सोने की कीमत घरेलू बाजार में थोड़ी कमी आई और वैश्विक बाजारों में कमजोरी आई।

24 और 22 कैरेट सोना मूल्य

मंगलवार को प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने का भाव 82,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। 22 कैरेट का मूल्य 75,300 रुपये है। सोना पिछले हफ्ते रिकॉर्ड स्तर के आसपास आ गया था। इसके बावजूद, उसके बाद सोने में कुछ परेशानी आई है। 24 कैरेट सोना सुंदरता और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। 22 कैरेट सोना भी मजबूती के लिए जाना जाता है। 22 कैरेट की गोल्ड ज्वैलरी ज्वैलर्स बनाते हैं।

दिल्ली और मुंबई में सोना

दिल्ली में 24 कैरेट सोना करीब 200 रुपये गिरकर 82,390 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि 22 कैरेट सोना 75,540 रुपये पर पहुंच गया। 24 कैरेट सोना मुंबई में 82,240 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना 75,390 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।   

शहर का नाम 22 कैरेट गोल्ड रेट 24 कैरेट गोल्ड रेट
दिल्ली     75,540     82,390
चेन्नई     75,390     82,240
मुंबई     75,390     82,240
कोलकाता     75,5390     82,240

28 जनवरी को चांदी की कीमत कम हुई

28 जनवरी को चांदी में 1,000 रुपये का करेक्शन हुआ। 1,000 रुपये गिरकर चांदी की कीमत 96,400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। घरेलू मांग कम होने से चांदी की कीमतें गिर गई हैं।

भारत में सोने की कीमतों का निर्धारण कैसे होता है?

भारतीय रुपये में सोने की कीमत, अंतरराष्ट्रीय बाजार, टैक्स और आयात शुल्क सबसे अधिक प्रभावित करते हैं। इन सब चीजों से सोने का मूल्य निर्धारित होता है। भारत में सोना निवेश और सांस्कृतिक महत्व के लिए महत्वपूर्ण है। शादी और छुट्टियों के दौरान सोने की मांग काफी बढ़ जाती है, जिससे इसकी कीमतें भी बढ़ जाती हैं।