अगर आपकी FD भी है 5 लाख से अधिक, तो हो जाएं सावधान, इन नियमों का करें पालन 

FD Interest Rates :  भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए लोग अक्सर निवेश करते हैं। इस निवेश के लिए वह फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की खोज करते हैं। लेकिन इसमें निवेश करने से पहले आपको बहुत सावधान रहना होगा। यदि आप अपने बैंक में 5 लाख से अधिक की फंडिंग करवाते हैं, तो आपको अब सावधान रहने की जरूरत है। निवेश करने से पहले आपको सभी निर्धारित निवेश नियमों के बारे में पता होना महत्वपूर्ण है। 
 

The Chopal, FD Interest Rates : आज के महंगाई के दौर में अपनी कमाई से खर्च निकालना बहुत मुश्किल है। महंगाई दर लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे व्यक्ति का बजट पूरी तरह से हिल रहा है। ऐसे में निवेश करना महत्वपूर्ण है अगर व्यक्ति चाहता है कि उनके भविष्य और उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे। अब निवेश योजनाओं की बात करें तो हर कोई अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बचाकर निवेश करने का विचार करता है।

यही कारण है कि वे निवेश का एक बहुत सुरक्षित साधन खोजते हैं और एफडी में निवेश करना शुरू करते हैं (Invest in fd)। हालाँकि आज के समय में निवेश करने के लिए कई अच्छे विकल्प हैं, फिक्स्ट डिपॉजिट (Fixed deposit) को अब भी निवेश का सर्वश्रेष्ठ विकल्प माना जाता है। FD में आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और इसमें रिटर्न की गारंटी वाले योजनाएं हैं। ये काफी हद तक सही हैं। लेकिन क् या आपने कभी सोचा है कि आपके खाते या FD में जमा रकम का क्या होता है अगर आपका बैंक डूब जाए? बैंक आपको बहुत कुछ नहीं बताता है। तो आइए इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें, साथ ही FD के सभी अतिरिक्त लाभों के बारे में भी।

मान लो कि आपने किसी बैंक में एफडी कराई है, तो केवल इतनी रकम ही सुरक्षित रहती है। जिस बैंक में आपने एफडी कराई है, वह दिवालिया हो जाएगा या डूब जाएगा, तो आपको केवल पांच लाख रुपये तक का इंश् योरेंस कवर मिलेगा। लेकिन आश्चर्य की बात है कि अधिकांश लोगों को ये जानकारी नहीं है। ये बैंक में जमा की गई रकम पर इंश् योरेंस कवर डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) अधिनियम के तहत प्रदान किए जाते हैं। बैंक जमा राशि पर डिपॉजिट इंश्योरेंस पहले एक लाख रुपए था, लेकिन अब यह पांच लाख रुपए है। बैंक एफडी (Fixed Deposit Rules) से संबंधित इस नियम को जानना बहुत महत्वपूर्ण है। 

लेकिन बैंक के FD नियमों के अनुसार, अगर आपका खाता 5 लाख रुपए से अधिक है और बैंक डूब गया है, तो बैंक आपको सिर्फ 5 लाख रुपए तक ही देगा। आपकी शेष राशि डूब जाएगी। उदाहरण के लिए, अगर किसी बैंक में आपने 10 लाख रुपए का एफडी किया है और बैंक डूब जाता है, तो आपको केवल 5 लाख रुपए की बीमा राशि वापस मिलेगी, अर्थात आपको 5 लाख रुपए का नुकसान होगा। बैंक आपको इसमें मदद नहीं करेगा। 

FD के अतिरिक्त लाभों को जानें:

1। एफडी ब्याज दरों (FD interest rates) की बात की जाए तो अधिकांश बैंक सीनियर सिटीजंस को 50 बेसिस प्वाइंट, यानी 0.50% अधिक ब्याज देते हैं। इसके अलावा, 80 साल या उससे अधिक उम्र वाले कुछ बैंक अतिरिक्त 0.25% ब्याज देते हैं। ऐसे में ये सौदा वरिष्ठ नगरपालिकाओं के लिए लाभदायक है। FD वरिष्ठ नागरिकों के लिए बहुत फायदेमंद है। 
2। इसका एक और लाभ यह है कि अगर आप 5 साल या उससे अधिक समय के लिए एफडी करवाते हैं, तो आपको 80सी के तहत टैक्स छूट का दावा करने का मौका मिलता है, अर्थात् टैक्स छूट का दावा करना। आपको टैक्स देना होगा अगर एफडी 5 साल से कम है।  
3। FD एक वादा रिर्टन है। ऐसा इसलिए है कि आपको मालूम होता है कि आपको एफडी करते समय कितना पैसा मिलेगा, चाहे वह एक वर्ष, पांच वर्ष या दशक हो। यही कारण है कि FD को गारंटीड रिटर्न वाला निवेश (Guaranteed return investment plans) कहा जाता है।
4। आप अपनी जरूरत के हिसाब से एफडी टेन् योर रख सकते हैं। विभिन्न बैंकों में आपको 7 दिनों से लेकर 10 सालों तक की एफडी मिलती है। यह टेन् योर के हिसाब से भी भुगतान किया जाता है। एफडी पर कंपाउंडिंग इंटरेस् ट का फायदा भी मिलता है, जो आपके निवेश पर ब्याज देता है।
5. एफडी कराने का एक अतिरिक्त लाभ यह है कि आप अचानक धन की आवश्यकता होने पर उसे तुरंत हल कर सकते हैं। इसके लिए एफडी तुड़वाने की भी आवश्यकता नहीं है। एफडी को तुड़वाने के बजाय आप इसके बदले लोन ले सकते हैं।  बैंक एफडी का 20-25 प्रतिशत लोन देते हैं। एफडी की एवज में मिलने वाले लोन पर ब्याज एफडी से एक फीसदी अधिक होता है।