Milk Rate: बढ़ती कीमतों ने ऐसे बिगाड़ा रसोई का बजट, खपत हुई कम, समझे दूध के रेटों का पूरा गणित  

 

Milk Price Hike: इस सप्ताह खुदरा महंगाई दर और होलसेल महंगाई दर के आंकड़े जारी हुए हैं. जिसके अनुसार महंगाई दर में कमी आई है. तो वही खाद्य महंगाई दर भी घटी हुई है. लेकिन सबसे अधिक चिंता बढ़ाने वाली बात है दूध की महंगाई जो महीने दर महीने बढ़ती भी जा रही है. बीते एक साल में दूध के दामों में 20 % तक की बढ़ोतरी भी आ चुकी है और खुदरा-होलसेल महंगाई दर के आंकड़े भी इसी बात की ओर ही इशारा कर रहे हैं. 

14 महीने दूध की महंगाई दर में 136 % तक का उछाल 

फरवरी 2023 के खुदरा महंगाई दर के जो आंकड़े भी आए हैं उसके अनुसार दूध और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 10 % के लगभग 9.65 % पर जा पहुंची है जो जनवरी 2023 में 8.79 फीसदी रही थी. वहीं जनवरी 2022 यानि 14 महीने पहले दूध और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की खुदरा महंगाई दर 4.09 % रही थी. यानि 14 महीने में दूध की महंगाई दर में 136 फीसदी का उछाल आ चुका है. थोक मुल्य आधारित महंगाई दर के आंकड़े जो फरवरी 2023 के लिए आए हैं उसके मुताबिक दूध और उसके प्रोडक्ट्स की महंगाई दर बढ़कर 10.33 % रही है जबकि जनवरी में 8.96 % रही थी. 

एक साल में 23 % तक महंगा हुआ दूध 

वही अगर दूध की महंगाई पर नजर डालें तो अमूल ताजा का दो लीटर का पैक 30 जून 2021 को 88 रुपये प्रति दो लीटर में भी मिल रहा था वो अब 108 रुपये में मिल रहा है. यानि 23 रुपये तक महंगा. अमूल के भैंस का दूध 30 जून 2021 को 59 रुपये प्रति लीटर तक में मिल रहा था वो 19 % महंगा 70 रुपये प्रति लीटर में तक मिल रहा है. अमूल के गाय का दूध डेढ़ साल पहला 47 रुपये प्रति लीटर में मिल रहा था जो अब  56 रुपये प्रति लीटर में भी मिल रहा है. यानि करीब 20 फीसदी महंगा. मात्र एक साल में मदर डेयरी और अमूल पूरे पांच बार दूध के दाम बढ़ा चुके हैं.   

जानें क्यों बढ़ रहे दूध के दाम 

अब दूध के दामों में बढ़ोतरी दूध की बढ़ती मांग,  लागत में बढ़ोतरी और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने के चलते भी आई है.  देश में पशुओं के लिए चारे की कमी भी है. मांग बढ़ने और सप्लाई सीमित होने के चलते दाम बढ़े भी हैं. गेहूं और मक्का पशुओं के चारे का मुख्य जरिया है. मक्के का इस्तेमाल एथनॉल बनाने में होने लगा है. जिससे इन चीजों की सप्लाई घटने के साथ कीमतें बढ़ी भी है. दूध के दामों बढ़ने का सिलसिला यहीं थमने वाला है. दूध के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी भी रह सकता है. महंगे दूध का असर केवल दूध की महंगाई तक सीमित नहीं है. दूध के दामों में बढ़ोतरी के चलते घी, पनीर, खोआ से लेकर दही लस्सी महंगे भी हो चुके हैं. मिठाईयां से लेकर बिस्कुट चॉकलेट भी महंगा हुए है. 

दूध की खपत लोगों ने कम कर दी

महंगे दूध ने आम लोगों के किचन के बजट पर भी असर डाला है. बीते महीने लोकलसर्किल्स के सर्वे में पता चला है कि हर 10 परिवारों में से 4 परिवार ऐसे हैं जिन्होंने  दूध की खपत भी कम कर दी है. तो कुछ सस्ते विकल्प पर आ चुके हैं.  कुछ लोगों ने दूध या दूध के उत्पादों की खरीद ही अब बंद कर दी है. 

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