Property rate : एनसीआर का ये इलाका बना महंगी प्रॉपर्टी का हब, 70 प्रतिशत बढ़ जाएगी प्रॉपर्टी 

Property rate hike : भारत में प्रोपर्टी और घरों के दाम पिछले कुछ वर्षों से काफी तेजी से बढ़ रहे हैं।  देश के प्रमुख शहरों में संपत्ति की कीमतें पिछले छह साल में तेजी से बढ़ी हैं।  दिल्ली और उससे सटे इलाकों में (Property rate hike in UP) प्रापर्टी दरों में सबसे अधिक वृद्धि हुई है।  इस खबर में बताया गया है कि आगामी महीनों में एनसीआर के किन इलाकों में संपत्ति के रेट सबसे अधिक बढ़ेंगे।

 

The Chopal, Property rate hike : दिल्ली-एनसीआर में संपत्ति की दर देश में अन्य बड़े शहरों से अधिक है।  NCR पिछले कुछ सालों में संपत्ति के मामलों में लोगों की पहली पसंद बन गया है।  मार्केट वेल्यू के अलावा, सरकारी संपत्ति दरों में बदलाव भी होते रहते हैं।  हाल ही में एनसीआर के कुछ प्रमुख इलाकों में संपत्ति की कीमतें बढ़ने वाली हैं।  NCR के इन क्षेत्रों में संपत्ति की कीमतें अगले महीने आसमान को छू सकती हैं। 

 एक्सप्रेस वे और एयरपोर्ट की वजह से बढ़ते हुए संपत्ति के रेट

 दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से विकास कार्य हुआ है।  नए हाईवे और एक्सप्रेस बनने के कारण जमीन के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।  साथ ही, एयरपोर्ट और रेलवे लाइन बिछने से जमीन की कीमतों में भी काफी अंतर देखने को मिलता है।  दिल्ली (Property in Delhi) में जनसंख्या बढ़ने के कारण लोग एनसीआर में संपत्ति खरीद रहे हैं। 

 9 साल बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संपत्ति की कीमतें बढ़ जाएंगी

 दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के शहर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संपत्ति की कीमतें काफी तेजी से बढ़ रही हैं।  1 अप्रैल से फ्लैट इन नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संपत्ति की कीमतों में 20 से 70 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है।  नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पिछले 9 वर्षों में सरकारी संपत्ति दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।  यूपी सरकार यह कदम उठा रही है ताकि सरकारी रेट और मार्केट रेट में अंतर कम हो सके। 

 70 प्रतिशत तक प्रोपर्टी रेट बढ़ेंगे

 नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक्सप्रेस वे और एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद संपत्ति की कीमतें रॉकेट की स्पीड़ से बढ़ गई हैं।  विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ी हुई लागत और लेन-देन प्रॉपर्टी की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।  प्रॉपर्टी खरीदने पर स्टांप पेपर (Stamp Duty on Property) और खर्च दोनों अधिक होंगे, जिससे खर्च अधिक हो सकता है।

 नोएडा में हाई-राइज अपार्टमेंट का प्रस्ताव 20% बढ़ सकता है।  वहीं ग्रेटर नोएडा में यह 30 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।  नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मई 2025 में खुलने की संभावना है, इसमें लगभग 70 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हो सकती है, नोएडा में लगभग 40 प्रतिशत और ग्रेटर नोएडा में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।

 घरों का रेट छह साल में 92 प्रतिशत बढ़ा

 विशेषज्ञों की एक अध्ययन के अनुसार, 2019 के अंतिम महीने से 2020 के पहले महीने तक नोएडा में आवासीय कीमतों में 92 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।  2019 के अंत में ₹4,795 प्रति वर्ग फीट से 2020 की पहली तिमाही तक लगभग ₹9,200 प्रति वर्ग फीट तक वृद्धि हुई।  इसलिए ग्रेटर नोएडा में संपत्ति की दर 97% बढ़ी है।  2019 के अंत में ₹3,340 प्रति वर्ग फीट से 2020 की पहली तिमाही में ₹6,600 प्रति वर्ग फीट तक बढ़ गया।  एनारॉक ग्रुप के उपाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि नोएडा, जेवर और ग्रेटर नोएडा में घर खरीदने की कीमतें बढ़ जाएंगी।