Property Rates: दिल्ली के इस हिस्से में घर खरीदना हुआ सपना, प्रॉपर्टी के रेट हुए 8500 रुपये वर्गफुट के पार 

Delhi NCR Property Rates : दिल्ली जैसे शहर में हर व्यक्ति घर खरीदना चाहता है। लेकिन यहां संपत्ति की कीमतें बहुत अधिक हो गई हैं। इसलिए मध्यमवर्गीय लोगों को यहां घर खरीदना मुश्किल हो गया है। दिल्ली एनसीआर के कुछ इलाकों में जमीन की कीमत इतनी ऊंची है कि अमीरों को भी खरीदना मुश्किल हो रहा है। 

 

The Chopal, Delhi NCR Property Rates : देश के महानगरों में हर व्यक्ति घर खरीदना चाहता है। लेकिन रियल एस्टेट में उछाल आने से शहरी संपत्ति की कीमतें भारी हो गई हैं। चलते आदमी के लिए दिल्ली (Delhi property rates hike) जैसे शहर में घर खरीदना एक बड़ी चुनौती बन गया है।

वास्तव में, आर्थिक हालात खराब होने और प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ने की वजह से लोग शहर  (property rates Latest update) से बाहर घर खरीद रहे हैं। लेकिन बाहरी इलाकों में घरों की तेजी से मांग बढ़ने से यहां भी संपत्ति की कीमतें बढ़ी हैं। 

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पिछले कुछ सालों में प्रॉपर्टी रेट (property rate hike update) में भारी बढ़ौतरी हुई है। यहां के बाहरी इलाकों में घरों की मांग बढ़ने से पिछले छह वर्षों में संपत्ति की कीमतें प्रमुख इलाकों से अधिक बढ़ी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के आउटर एरियाज में प्रॉपर्टी रेट में 66% की वृद्धि हुई है, जहां जमीन के रेट 5 हजार से 8 हजार 500 रुपये प्रति वर्ग फीट पर पहुंच गए हैं. नोएडा एक्सप्रेसवे (noida expressway property rates)। 

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्रों में संपत्ति की कीमतों में वृद्धि

दिल्ली एनसीआर के अधिकांश इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में तेजी देखने  (Delhi NCR Property Rates) को मिली है। लेकिन राज नगर एक्सटेंशन जैसे बड़े इलाकों में 55% की बढ़ौतरी हुई है, जहां फ्लैटों की मांग बढ़ने से कीमतें 3260 रुपये से 5050 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई हैं।  मुंबई के वर्ली प्रॉपर्टी रेट (mumbai's worli property rates) में 37 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है।  प्रति वर्ग फीट 38 हजार 560 रुपये से 53 हजार रुपये हो गए हैं। 

पनवेल जैसे बाहरी इलाकों में 58% की तेजी देखने को मिली है। अब प्रति वर्ग फीट रेट 8 हजार 700 रुपये हो गया है। COVID-19 महामारी ने लोगों की लाइफस्टाइल में बदलाव लाया है। अब लोग शहर के बाहरी इलाकों में घर खरीदने की जगह भीड़-भाड़ वाले इलाकों में घर खरीदना पसंद कर रहे हैं। यही कारण है कि आउट एरियाज में घरों की मांग बढ़ी है, और प्रमुख इलाकों से कम कीमतें यहां निवेशकों और खरीदारों को आकर्षित कर रही हैं। 

केंद्रीय क्षेत्रों में घरों की मांग बढ़ने से प्रमुख क्षेत्रों में संपत्ति सस्ती हुई है। यहां भी संपत्ति के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन आउटर एरियाज (outer areas property rates) का प्रदर्शन अच्छा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, गुरूग्राम के सोहना एनसीआर में 43% की वृद्धि हुई है। और 2019 में 4 हजार 120 रुपये प्रति वर्ग फीट का प्रॉर्टी रेट था, जो अब 5,900 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गया है। 

मुंबई में रॉकेट बनने वाली संपत्ति की कीमतें— 

मुंबई में भी संपत्ति की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। यहां विरार में संपत्ति दरें 58 प्रतिशत बढ़ी हैं। इसके बाद, प्रति वर्ग फीट का दाम 4440 रुपये से 6 हजार 850 रुपये हो गया है, और बेंगलुरु के देवनहल्ली में 4 हजार 982 रुपये से 49 प्रतिशत बढ़कर 7400 रुपये हो गया है। 

प्रॉपर्टी रेट आने वाले समय में कितने बढ़ेंगे? 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि आउटर एरियाज में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की वजह से प्रॉपर्टी रेट में बड़ी वृद्धि हुई है। इसके अलावा, यहां बड़े, आधुनिक परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है जो ग्राहकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।

देश के दूसरे बड़े शहर भी तेजी से विकसित हो रहे हैं और यहां भी संपत्ति में तेजी से वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार पुणे के वागोली में 6 वर्ष में कीमतें 37% बढ़ी हैं, कोलकाता के मध्यमग्राम में 43%, चेन्नई के नवालूर में 54%, बेंगलुरु के गुंजूर में 69%, थानिसंद्रा मेन रोड पर 62%, हैदराबाद के गाचीबोवली में 86% और कोंडापुर में 86%। कम बजट वाले लोगों को बाहर घर खरीदना मुश्किल हो जाएगा अगर ये ट्रेंड जारी रहता है।