Real Estate : देश के इस शहर में खरीदें प्रॉपर्टी, फायदेमंद रहेगा सौदा 

Real Estate -ताजा रिपोर्ट के अनुसार प्रॉपर्टी की कीमतें घरेलू आय की मुकाबले में काफी तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे मैजिकब्रिक्स द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक प्रॉपर्टी प्राइस टू एनुअल इनकम रेशियो 2020 में 6.6 से बढ़कर 2024 में 7.5 प्रतिशत हो गया है. चलिए देखें पूरी डीटेल 

 

The Chopal, Real Estate - आज के समय में हर कोई अपना घर खरीदना सबसे महंगा काम मानता है. अगर बात मेट्रो सिटीज की आए, तो यहां प्रॉपर्टी के रेट (Property Rate) आसमान तक पहुँच चुके हैं और बीते चार साल में इनकी कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी भी हुई है. पिछले कई सालों में, देश के प्रमुख शहरों में घरेलू आय सालाना 5.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी है, 2020 से 2024 तक प्रॉपर्टी की कीमतों में हर साल 9.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है. चलिए जानते है इसके पीछे की बड़ी वजह 

इन शहरों में सबसे महंगी प्रॉपर्टी

चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद मैजिकब्रिक्स (magic bricks) की लिस्ट में 2024 में सबसे किफायती शहरों में पहले स्थान पर हैं। भारत के टॉप-10 प्रॉपर्टी मार्केट्स में इन शहरों का सबसे कम प्राइस टू इनकम (P/I) रेशियो है। ये प्रक्रिया रियल एस्टेट वैल्यूएशन (real estate valuation) पर लागू होती है. उच्च पीआई (Pi) का अर्थ है कि संपत्ति का मूल्य ज्यादा है, जबकि कम पीआई का अर्थ है कि संपत्ति सस्ती (cheap Property) है। दिल्ली और मुंबई, जो सबसे कम किफायती शहरों की सूची में आते हैं, कीमतों में बड़ी बढ़ोतरी देखी गई है। 

दिल्ली-मुंबई में प्रॉपर्टी महंगी

दिल्ली और मुंबई महानगर (MMR) क्षेत्र सबसे कम किफायती बताए गए हैं, जहां संपत्ति की कीमतें घरेलू आय की तुलना में काफी बढ़ रही हैं। 2020 से 2024 तक देश के कुछ प्रमुख शहरों में घरेलू आय 5.4% की धीमी दर से बढ़ी है, जबकि प्रॉपर्टी की कीमतें 9.3% की CAGR से बढ़ी हैं। यही नहीं, 2020 में 6.6 से औसत पी/आई अनुपात 7.5 हो गया, जो बेंचमार्क 5 से काफी ऊपर है। दिल्ली (Delhi) और मुंबई (mumbai) में, ये रेशियो क्रमशः 10.1 और 14.3 हैं, जो दोनों स्थानों में ज्यादा खर्च का संकेत देते हैं।

प्रॉपर्टी किराये का शानदार रिटर्न  

2023 में, भारत के बड़े शहर में किराये में साल-दर-साल 30 प्रतिशत से अधिक का इजाफा (Rental Income) हुआ, जो 2024 तक जारी रहा। पिछली एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की सिलिकॉन वैली बेंगलुरु इस मामले में अपने मजबूत रेंटल यील्ड में सबसे आगे है। बेंगलुरु में संपत्ति के किराये में 40 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। सरजापुर रोड में 2 BHK अपार्टमेंट का औसत मासिक किराया 2023 के चौथे महीने में ₹31,600 से ₹34,000 हो गया। इसी तरह, व्हाइटफील्ड में इसी अवधि में किराया ₹30,200 से ₹32,500 तक बढ़ा।

नोएडा-गुरुग्राम भी नहीं पीछे 

रेंटल यील्ड का यह आंकड़ा केवल बेंगलुरु तक ही सीमित नहीं है; इसी अवधि में मुंबई में 4.15% और गुरुग्राम में 4.1% की बढ़ोतरी हुई है। 2020 के बाद, खासकर आईटी-केंद्रित शहरों में आवश्यकता (demand) में एक बार फिर उछाल आया है और भूमि किराये पर लेने से अच्छी आय हो रही है। किराया अन्य शहरों में भी तेजी से बढ़ा है। नोएडा के सेक्टर 150 और दिल्ली के द्वारका में किराया क्रमश: 9% और 6% बढ़ा है. मुंबई के चेंबूर और मुलुंड में 4% का वृद्धि हुई, कोलकाता के राजारहाट में 3% का वृद्धि हुई, चेन्नई और हैदराबाद में 3% का वृद्धि हुई।