Retirement plan: अगर आप भी बनाना चाहते है तगड़ा पैसा, तो इस तरह प्लान करें रिटायरमेंट
Retirement plan for Future : रिटायरमेंट भी एक जीवन की महत्वपूर्ण घटना है, जैसे जन्मदिन और शादी। सरकारी नौकरी से रिटायर होने वाले लोगों को अक्सर बड़े पैमाने पर पार्टी मिलती है। उन्होंने अपने जन्मदिन पर शायद कभी ऐसी पार्टी नहीं दी होगी। लंबी अवधि की नौकरी करने के बाद हर व्यक्ति रिटायर हो जाता है। प्राइवेट क्षेत्र में भी रिटायरमेंट होता है। ऐसे में, इस महत्वपूर्ण घटना के बाद अपने जीवन को तैयार नहीं करने वालों को बुद्धिमान नहीं कहा जा सकता। हम आज आपको बता रहे हैं कि टेंशन फ्री रिटायरमेंट के लिए कहां, कैसे और कितना निवेश करना चाहिए। निवेश शुरू करने की अवधि पर भी चर्चा होगी।
The Chopal, Retirement plan for Future : बहुत से लोग नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) को चुनते हैं, जिसमें 60 साल की उम्र तक पैसे निश्चित रूप से सुरक्षित रहते हैं। अब सवाल ये उठता है कि आपको हर महीने कितना निवेश करना चाहिए, ताकि आपके बुढ़ापे के लिए पर्याप्त पैसा मिल सके? आइए जानते हैं कि आपको रिटायरमेंट पर कितना धन चाहिए।
रिटायरमेंट के लिए आवश्यक धन का आकलन करने से पहले
रिटायरमेंट के समय आपको कितने पैसे चाहिए होंगे, यह प्रत्येक व्यक्ति पर निर्भर कर सकता है। आपको अपनी लाइफ स्टाइल के हिसाब से बुढ़ापे में क्या खरीदना होगा। इसके लिए आपको पहले अपने वर्तमान खर्चों को समझना होगा, फिर हर साल की महंगाई दर को ध्यान में रखते हुए इनक्रिमेंट करना होगा। इससे आपको पता चलेगा कि आपको कितने पैसे चाहिए होंगे जब आप रिटायर हो जाएंगे या किसी तय उम्र में।
मान लेते हैं कि एक तीस वर्षीय व्यक्ति की सैलरी अब पच्चीस हजार रुपये है। पति-पत्नी यानी दो लोगों के परिवार में आपका हर महीने लगभग २५ हजार रुपये खर्च होगा, जबकि आपके पास 25 हजार रुपये बच सकते हैं। अब अगर इसे ही मानते हुए आगे बढ़ें, तो आप अगले 30 सालों तक एनपीएस में निवेश करेंगे। मान लेते हैं कि हर साल महंगाई 3 से 4 प्रतिशत तक बढ़ेगी।
25 हजार रुपये पर 30 साल में 3% का कंपाउंडिंग इंट्रेस्ट निकालें तो करीब 60 हजार रुपये मिलेंगे। यानी रिटायर होने पर आपको कम से कम 60 हजार रुपये की मासिक पेंशन चाहिए होगी। ध्यान रहे कि यह फॉर्मूला सिर्फ उन लोगों के लिए लागू होता है जिनकी उम्र 30 साल से अधिक है और 50 हजार रुपये की सैलरी प्राप्त करते हैं, जिसमें से 25 हजार रुपये घरेलू खर्चों को पूरा करते हैं।
रिटायरमेंट पर इतने पैसे चाहिए होंगे
आपकी सेविंग्स पर मिलने वाले ब्याज दरों में निरंतर वृद्धि और गिरावट होती रहती है। कभी-कभी ये 5% होते हैं, लेकिन अब ये 7–8% भी हो सकते हैं। हम मानते हैं कि आपको रिटायरमेंट के समय सेविंग पर कम से कम 5% रिटर्न मिलेगा। ऐसे में, अगर आपको हर महीने 60 हजार रुपये चाहिए, तो आपको 60 साल की उम्र में लगभग 1.5 करोड़ रुपये का रिटायरमेंट कॉर्पस चाहिए होगा। यही कारण है कि आपको हर महीने लगभग 62,500 रुपये की पेंशन मिल जाएगी। अब सवाल ये है कि आपको इसके लिए प्रति महीने कितनी रकम देनी होगी।
महीने में 7500 रुपये निवेश करें
मान लीजिए आपकी उम्र 30 साल है, तो आपको 60 साल की उम्र तक 1.5 करोड़ रुपये जमा करने के लिए 7500 रुपये प्रति महीने निवेश करना होगा। हम मान लेते हैं कि इस निवेश पर औसत ब्याज १०% मिलेगा। 10 प्रतिशत का ब्याज एनपीएस में निवेश करने पर आसानी से मिल सकता है। यदि आप एनपीएस में प्रति महीने लगभग 7500 रुपये जमा करेंगे, तो 30 सालों में आप कुल 27 लाख रुपये निवेश करेंगे।
वहीं आपको इस पर लगभग 1.43 करोड़ रुपये का ब्याज मिलेगा। इस तरह, मेच्योरिटी पर आपकी कुल राशि लगभग 1.7 करोड़ रुपये होगी। ऐसे में आपको प्रति महीने लगभग 70 हजार रुपये की पेंशन मिल सकेगी। याद रखें कि अगर आप 30 साल से अधिक हैं और आपको रिटायरमेंट के समय अधिक पैसे मिल सकते हैं, तो उसी हिसाब से हर महीने किया जाने वाला अपना निवेश भी बढ़ा दें।
इन बातों का ध्यान रखें
जब आप रिटायर हो जाएंगे, आपके पास दो विकल्प होंगे। या तो आप अपने सारे पैसे को एक पेंशन योजना में डालकर पेंशन ले सकते हैं। या फिर 60 प्रतिशत धन निकालकर 40 प्रतिशत से एन्युटी प्लान बना सकते हैं। रिटायरमेंट पर एन्युटी प्लान में कम से कम ४० प्रतिशत एनपीएस लगाना चाहिए। हम मानते हैं कि आप मेच्योरिट पर पूरा पैसा लगा देंगे। आप अपनी कैलकुलेशन उसी हिसाब से बदल सकते हैं अगर आप एन्युटी में सारा पैसा नहीं लगाना चाहते हैं।
पैसा इस तरह कभी खत्म नहीं होगा?
आपको पैसे हमेशा बचे रहेंगे यदि आप एनपीएस से मिली सारी रकम को एन्युटी प्लान में लगा देते हैं और सिर्फ ब्याज पर निर्भर करते हैं। मान लीजिए कि आपका डेढ़ करोड़ रुपये का कॉर्पस हर महीने ब्याज कमाता है। यही कारण है कि आपका मूलधन हमेशा उतना ही बना रहेगा। महंगाई रिटायरमेंट के बाद भी बढ़ती रहेगी, इसलिए आपको या तो कुछ अधिक कमाई करनी होगी या अपने खर्चों को कम करना होगा। बुढ़ापे में अपने बच्चों के साथ रहने से आपका खर्च काफी हद तक नियंत्रित रह सकता है। बुढ़ापे में भी आपको कुछ काम करना चाहिए, चाहे ब्लॉगिंग, एडवाइजिंग या कोई ऐसा काम हो, जिसमें आपको पूरे दिन काम नहीं करना पड़े, लेकिन कुछ पैसे मिलते रहें, यह आपके लिए सबसे अच्छा होगा।
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