UPI ट्रांजेक्शन पर यह बैंक दे रहा 625 रुपये का कैशबैक

Cashback on UPI Transactions : आजकल लोग कैश के स्थान पर यूपीआई, फोन पे और गूगल पे का उपयोग करते हैं। यही कारण है कि यूपीआई को बढ़ावा देने के लिए एक प्राइवेट बैंक ने एक उत्कृष्ट प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। अब यूपीआई से भुगतान करने पर ये बैंक आपको हर महीने 625 रुपये का कैशबैक देगा। नीचे खबर में विस्तार से पढ़ें- 

 

The Chopal, Cashback on UPI Transactions : ये खबर आपके लिए है अगर आप भी यूपीआई से लेनदेन करते हैं। जी हां, एक निजी बैंक ने यूपीआई को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में बंपर कैशबैक प्रदान किया है। ग्राहकों को हर भुगतान के बदले कैशबैक मिलेगा। दरअसल, डीसीबी बैंक (प्राइवेट सेक्टर) ने हैप्पी सेविंग्स अकाउंट शुरू किया है। इस सेविंग्स अकाउंट की एक विशेषता यह है कि यूपीआई ट्रांजेक्शन करने पर आप हर महीने 625 रुपए तक जीत सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं।

वर्ष में 7500 रुपये का कैशबैक

डीसीबी बैंक ने बताया कि यूपीआई के जरिए हैप्पी सेविंग्स अकाउंट से डेबिट लेने पर एक साल में 7,500 रुपये तक का कैशबैक मिलता है। न्यूनतम 500 रुपये का यूपीआई ट्रांजैक्शन करना होगा। बैंक केवल डेबिट भुगतान पर ये कैशबैक देगा।

तिमाही में किए गए भुगतान के आधार पर कैशबैक मिलेगा, जो तिमाही समाप्त होने पर अकाउंट में क्रेडिट किया जाएगा। हैप्पी सेविंग्स अकाउंट होल्डर्स को एक महीने में 7,500 रुपये तक का कैशबैक मिलेगा।

अधिक UPI ट्रांजेक्शन

हर महीने देश में UPI ट्रांजेक्शन का एक नया रिकॉर्ड बनाया जाता है। लोगों का मानना है कि कैश से लेनदेन करने की तुलना में ऑनलाइन UPI से लेनदेन करना आसान और सही है। NPCI ने दिसंबर में UPI से होने वाले लेनदेन को 17.4 ट्रिलियन के करीब बताया है। ऐसे में, वित्तीय वर्ष 2027 तक यूपीआई ट्रांजेक्शन का आंकड़ा 100 करोड़ प्रतिदिन से अधिक होगा। यूपीआई से दुकानों पर 90% ट्रांजेक्शन पांच साल में होने का अनुमान है।

HRSA में फर्जीवाड़ा होता है क्यों?

HRSA के फर्जीवाड़े का सबसे बड़ा कारण यह है कि इससे काफी टैक्स बच सकता है। मान लीजिए कि आपने अपने घर का किराया 20 हजार रुपये प्रति महीना या 2.40 लाख रुपये प्रति वर्ष दिखाया है, तो आप सीधे 20 हजार रुपये पर टैक्स नहीं देंगे। अगर कंपनी कम से कम 2.40 लाख रुपये का HRA देती है यद्यपि, आप पूरे पैसे को वापस नहीं ले सकते अगर आपने कम रेंट चुकाया है। ऐसे में कई लोगों का मानना है कि फर्जी रेंट रिसीप्ट बनाकर टैक्स बचाया जा सकता है. हालांकि, आयकर विभाग ऐसे लोगों को पकड़कर नोटिस देता है।

Also Read : UP में नहीं बन सकेंगी अब यहां बड़ी-बड़ी इमारतें, नई कॉलोनियों को लेकर सीएम योगी के निर्देश