अंबाला में बनेगा नया बस स्टैंड, 2 एकड़ जमीन पर होगा निर्माण, मिलेगी आधुनिक सुविधाएं

Haryana News : हरियाणा के जिला अंबाला में करोड़ों रुपये की लागत से शहर में स्थापित सुषमा स्वराज बस अड्डा परिसर के पास में ही खाली पड़ी 2.47 एकड़ जमीन में अब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नया बस अड्डा तैयार होने वाला है। परंतु इस बस अड्डे में सामान्य बसों की अलावा इलेक्ट्रिक बसें खड़ी की जाएगी।
 

Ambala News : हरियाणा के जिला अंबाला में बने सुषमा स्वराज बस अड्डे के पास में खाली पड़ी जमीन पर इलेक्ट्रिक बसों के लिए बस अड्डा बनाया जाना है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यहां पर ई-बसों के लिए चार्जिंग सुविधा वर्कशॉप समेत कई सुविधाएं दी जाने वाली है। कल इसका टेंडर नोटिस जारी कर दिया गया है और 11 जुलाई को टेंडर बिड ओपन होने वाली है।

करोड़ों रुपये की लागत से शहर में स्थापित सुषमा स्वराज बस अड्डा परिसर के पास में ही खाली पड़ी 2.47 एकड़ जमीन में अब अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नया बस अड्डा तैयार होने वाला है। परंतु इस बस अड्डे में सामान्य बसों की अलावा इलेक्ट्रिक बसें खड़ी की जाएगी।

यहाँ दो मंजिला भवन के अलावा इलेक्ट्रिक बस डिपो बनाया जाने वाला है। इस डिपो का निर्माण करने के लिए यहां पर अलग से पावर स्टेशन स्थापित किया जाएगा ताकि इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग में कोई बाधा उत्तपन न आए। इसके लिए स्पेशल हॉट लाइन की व्यवस्था भी की जाएगी। इस व्यवस्था पर कुल 11.95 करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वीरवार को इसका टेंडर नोटिस जारी कर दिया गया है और 11 जुलाई को टेंडर बिड ओपन होने वाली है।

इस टेंडर के जारी होने के बाद ठेकेदार 8 महीने के अंदर इस काम को पूरा करेगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो वर्ष 2025 फरवरी-मार्च तक यह इलेक्ट्रिक बस अड्डा व डिपो जनता के लिए सामान्य तौर पर खुल जाएगा। इस बस डिपो के चारों और फुटपाथ भी बनाया जाएगा।

जानिए किन-किन सुविधाओं से होगा, लैस

इस दो मंजिला भवन और 2.47 एकड़ में इलेक्ट्रिक बसों की एक वर्कशॉप तैयार की जानी है। इसमें चार्जिंग स्टेशन होगा। जिसमें एक टाइम पर 17 बसें चार्ज हो सकती है। इस बस अड्डे में कुल 40 बसों को एक साथ खड़े करने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा वर्कशॉप में ऑपरेशन एंड कंट्रोल रूम भी तैयार किया जाएगा। इतना ही नहीं इसमें टिकट एंड केस रूम, विंडो काउंटर के साथ-साथ लिफ्ट की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही एक कंप्यूटर रूम भी तैयार किया जाएगा। इसी तरह सामान्य बस अड्डे की तरह इसमें प्रशासनिक ब्लॉक भी बनेगा। इस डिपो का अलग से अपना पंप हाउस बनेगा और बसों की निकासी के साथ ही प्रवेश द्वार दोनों अलग-अलग बनेंगे।

बस परिसर की चारों तरफ बनेगा, ग्रीन बेल्ट

इस बस अड्डे के चारों और ग्रीन बेल्ट स्थापित की जाएगी। इतना ही नहीं पानी की निकासी के लिए नाले का निर्माण किया जाएगा ताकि बसों की वॉशिंग के बाद निकासी की समस्या आड़े न आ सके। इसी तरह से पानी की व्यवस्था के लिए 2 लाख लीटर टैंक की व्यवस्था की जाएगी। इतना ही नहीं फायर टैंक भी इस इलेक्ट्रिक बस डिपो में स्थापित किया जाएगा ताकि किसी भी विकट परिस्थिति से निपटने में कर्मचारी स्वयं सक्षम हों। इसी तरह से बस स्टैंड के दो छोर पर हारर्वेस्टिंग पिट बनाए जाएंगे ताकि पानी की बर्बादी न हो और पानी को संरक्षित किया जा सके।

किचन और कैंटीन की भी होगी सुविधा

इलेक्ट्रिक बस डिपो में कर्मचारियों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है। इसलिए इसमें किचन की व्यवस्था की गई है। इस किचन को निरंतर चलाने के लिए किचन स्टोर की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही साथ महिलाओं के लिए अलग से कैंटीन की व्यवस्था होगी। एक छोर पर महिला क्रू आराम कक्ष और दूसरे छोर पर पुरुष क्रू आराम कक्ष इसमें बनाए जाएंगे।

जुलाई के पहले सप्ताह में आएंगी, 5 बसें

अंबाला डिपो में कुल करीब 50 इलेक्ट्रिक बसें आनी हैं। लेकिन पहले चरण में ट्रायल के तौर पर 5 बसें आएंगी यह बसें अब किसी भी समय अंबाला पहुंच सकती हैं। उम्मीद है कि जुलाई माह के पहले सप्ताह में इलेक्ट्रिक बसें अंबाला बस डिपो में पहुंच जाएंगी। अभी इन्हें सामान्य बस अड्डा परिसर में ही खड़ा किया जाएगा।

अंबाला रोडवेज के अधिकारी जीएम अश्वनी डोगरा ने बताते हुए कहा की अंबाला डिपो में जुलाई के पहले सप्ताह में 5 इलेक्ट्रिक बसें पहुंचने की उम्मीद है। कुल 50 बसें आनी हैं उनके लिए इलेक्ट्रिक बस डिपो विकसित किया जाएगा। इसमें इन बसों की वर्कशॉप भी होगी और पावर स्टेशन भी स्थापित किया।