Crop Insurance Claim : फसल बीमा क्लेम के 105 करोड़ रुपए 72 गावों के किसानों खातों में डाले
Haryana News : हरियाणा में ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसलों के नुकसान का 72 गांवों के 90 फीसदी गांवों का फसल बीमा क्लेम के पैसे डाल दिए गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों की DC के साथ बैठक हुई। जानकारी के लिए बता दे की जिन गांव का फसल बीमा क्लेम अभी नहीं आया वो किसान नोट करवाएं ताकि रुपए उनके खातों में तुरंत डाल दिए जाएंगे।
The Chopal : हरियाणा में ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसलों के नुकसान का 72 गांवों के 90 फीसदी गांवों का फसल बीमा क्लेम के पैसे डाल दिए गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने डीसी प्रदीप दहिया से मुलाकात की। इस दौरान अधिकारियों ने किसानों को बताया कि 72 गांवों में से 90 प्रतिशत गांवों में फसल बीमा क्लेम के पैसे दिए गए हैं। जिसमें लगभग 105 करोड़ रुपये भुगतान किए गए हैं। जिस गांव का बकाया है, उसे नोट करवाएं, बाकी बचे किसानों का पैसा तुरंत खातों में डाल दिया जाएगा।
खरीफ 2022 के मुआवजे के 47 करोड़ रुपये आए हुए हैं जो 20 दिनों में किसानों के खातों में डाल दिए जाएंगे। 2022 से सीएससी से बीमा क्लेम की 39 हजार पॉलिसी रिजेक्ट हो गई थी। बाद में लगभग सभी को अनुमति मिल गई। अब लगभग आठ हजार पॉलिसी बाकी हैं। यह भी ठीक करके पैसे जल्दी डाल दिए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि 2023 में क्षतिपूर्ति पोर्टल पर खराबा दर्ज करवाया था उनके पैसे जल्द किसानों के खातों में डाल दिए जाएंगे।
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किसानों को बाजार भावांतर के 66 करोड़ रुपये तुरंत मिलेंगे। अप्रैल महीने में गुलाबी सुंडी के खराबे के 59 करोड़ रुपये किसानों के खाते में डाल दिए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि हैफेड हिसार जिले में सरसों खरीदेगा। मार्केट कमेटी ने इसके लिए तैयारी की है।
शनिवार को, संयुक्त किसान मोर्चा ने लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाया। किसान नेता सूरजभान डाया ने लघु सचिवालय के बाहर पक्का मोर्चा पर धरना दिया। सोरजभान डाया ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाया जा रहा है। किसान मोर्चा के सदस्यों ने डीसी से मुलाकात की। जिसमें DC ने किसानों की मांगों को जल्द ही पूरा करने का वादा किया।
नकली खाद-बीज बेचने वालों पर कार्रवाई की मांग
किसानों ने बताया कि 19 फरवरी और 2 मार्च को ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों में कम नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि सर्वे दो बार कराया गया था। गिरदावरी भी हुई है। किसानों ने नकली बीज और खाद बेचने वालों पर कार्रवाई करने की मांग उठाई। अधिकारियों ने कहा कि शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।