काले गेहूं की खेती किसानों के अमीर बनने का ATM, 8000 रूपये प्रति क्विंटल भाव

Black wheat Farming : काले गेहूं की कीमत भी सामान्य गेहूं से ज्यादा होती है। काले गेहूं में सामान्य गेहूं की तुलना में 60% अधिक लौह तत्व होता है। गेहूं का काला रंग इसमें मौजूद एंथोसायनिन नामक रंगद्रव्य के कारण होता है। अधिक भाव मिलने की वजह से किसान इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते है। 

 
काले गेहूं की खेती किसानों के अमीर बनने का ATM, 8000 रूपये प्रति क्विंटल भाव

Benefits Of Black wheat Farming : भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है, क्योंकि यहां 70% किसान हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग फसलें उगाई जाती है। फसलों की अच्छी उपज और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए समय-समय पर नये नये प्रयोग होते रहते हैं, जिससे किसान नयी किस्म की खेती कर रहे हैं। खरीफ की फसल के कटाई का समय आ गया है। अब किसान रबी की फसल की तैयारी में लग गए हैं। ऐसे में आज हम आपको रबी के फसल में काले गेंहू की बुवाई के बारे में बता रहे हैं, जिसमें किसान कम लागत ज्यादा मुनाफा कमाएंगे।

काले गेहूं की खेती में प्रॉफिट

काले गेहूं की खेती में किसानों को प्रॉफिट है। काला गेहूं किसानों के लिए मुनाफे का सौदा होगा। क्योंकि इसकी कीमत सामान्य गेहूं से कहीं ज्यादा है। वह किसान जो गेहूं की उन्नत वैरायटी की तलाश में वह काला गेहूं की खेती करके चार गुना अधिक कमाई कर सकते हैं। क्योंकि काला गेंहू सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। चलिए इसलिए आपको बताएंगे कि काले गेहूं की कीमत क्यों अधिक मिलती है, लाखों में मुनाफा कैसे होगा, और काले गेहूं की खेती का सही समय क्या है।

काले गेहूं के सेवन से होने वाले फायदे

काला गेहूं सेहत के लिए अधिक फायदेमंद है। इसीलिए इसकी कीमत भी कई गुना ज्यादा है। आपको बता दे की काले गेहूं के सेवन से कैंसर, हार्ट अटैक, डायबिटीज, मानसिक तनाव, एनीमिया और घुटनों का दर्द भी दूर होता है। यह बड़ी और गंभीर बीमारियां हैं, जिनसे बचने के लिए काले गेहूं का सेवन कर सकते हैं। अगर दवाइयों पर खर्च नहीं करना तो काला गेहूं जो सेहतमंद है। इसका सेवन करके शरीर को मजबूत बना सकते हैं। काला गेहूं का रंग काला इसलिए होता है क्योंकि इसमें एंथोसाइएनिन पिगमेंट की मात्रा अधिक होती है। यह एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट एवं एंटीबायोटिक है जिससे सेहत को फायदे होते हैं।

जानिए कैसे करें काले गेहूं की बुवाई

काले गेहूं की खेती के लिए उपयुक्त महीना अक्टूबर और नवंबर का होता है। काले गेहूं की खेती के लिए प्रयाप्त मात्रा में नमी होनी चाहिए। इसकी बुवाई के समय खेत में प्रति एकड़ 60 किलो डीएपी, 30 किलो यूरिया, 20 किलो पोटाश और 10 किलो जिंक का इस्तेमाल करें। फसल के सिंचाई के पहले पहली बार 60 किलो यूरिया प्रति एकड़ डालें।

8000 क्विंटल है कीमत

काले गेहूं की कीमत के बात कर तो 7000 से 8000 रुपए प्रति क्विंटल यह मिलता है। इसकी खेती में किसानों को इसीलिए फायदा है, क्योंकि सामान्य गेहूं 2000 रुपए क्विंटल जाता है और इसकी कीमत उससे कहीं ज्यादा है। इसलिए इसकी खेती किसान करके कमाई कर सकते हैं। पैदावार की बात करें तो एक बीघा में अगर किसान काला गेहूं लगाते हैं तो 1000 से 1200 किलो तक उन्हें उपज मिल जाएगी। इस तरह हिसाब लगा सकते हैं कि काला गेहूं की खेती में लाखों का मुनाफा किसानों को हो सकता है।

काले गेहूं की खेती कब करें

यदि आप एक किसान हैं और आप चाहते हैं कि हम ऐसे फसल बोएं जिससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो आप रबी के मौसम में यानी अक्टूबर-नवंबर में काले गेहूं की खेती करें। इस खेती की खासियत है कि इसमें लागत भी कम लगती है और ये सामान्य गेहूं की तुलना में चार गुना अधिक दाम पर बिकता है।