बीकानेर संभाग में ग्वार की फसल हुई बर्बाद, किसानों की तरफ से ये मांग

Bikaner Division : किसान दिन रात मेहनत करके अपनी फसल को बच्चों की तरह पालता है। किसानो के फसलें कई कारणों से खराब हो जाती है। राजस्थान की बीकानेर संभाग में ग्वार की फसल नष्ट हो चुकी है। पिछले वर्ष भी किसानों की नरमे की फसल नष्ट हो गई थी।

 

Bikaner Guar Crop Was Destroyed : किसान अपनी कड़ी लगन मेहनत के चलते अपनी फसलों को पकाते हैं। लेकिन कई बार मौसम परिस्थितियों और रोगों की वजह से उनकी फसल नष्ट हो जाती है। किसानों की 6 महीने की फसल नष्ट होने पर उसके घर का गुजारा भी मुश्किल से सकता है। राजस्थान के बीकानेर संभाग में ग्वार की फसल नष्ट हो चुकी है।

ग्वार की फसल 65 प्रतिशत से 70 प्रतिशत खराब

किसान चेतना परिषद ने बीकानेर संभाग में नष्ट हुई ग्वार की फसल को गिरदावरी करने की मांग की है। अध्यक्ष हनुमानराम गोदारा ने कहा कि बीकानेर संभाग के चारों जिलों में नहरी सिंचित क्षेत्र में ग्वार की फसल 65 प्रतिशत से 70 प्रतिशत खराब हो चुकी है। नहरी क्षेत्र में ग्वार की फसलों पर फंगस और झुलसा रोग इसका मुख्य कारण है। इस बीमारी को कोई कीटनाशक दवा नहीं रोक सकी है।

खरीफ फसलों की गिरदावरी राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज

उनका कहना था कि किसानों ने चार-पांच बार खेतों में अलग-अलग कीटनाशक स्प्रे किए, लेकिन इस बीमारी को नियंत्रित नहीं किया गया। पिछले वर्ष भी नरमे की फसल बर्बाद हो गई थी। सितंबर के अंतिम सप्ताह में खरीफ फसलों की गिरदावरी राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज होने लगी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान के खेत पर पटवारी जाकर फसलों का सही आंकलन करें, ग्वार की फसल का खराबा दर्ज करें और रजिस्टर में अंकन करें। ताकि किसानों को खराब फसलों की सही गिरदावरी मिल सके और राहत मिल सके। खरीफ फसलों में कीट एवं रोगों का प्रकोप होने पर कीटनाशी रसायनों व फफूदनाशी का छिड़काव कर नियंत्रण और रोकथाम की जा सकती है. किसानों ने रसायनों व फफूदनाशी का छिड़काव किया फिर भी ग्वार की फसल नष्ट हो चुकी है।