Onion: प्याज की थोक कीमतों में आई तेजी, और भी बढ़ सकता है भाव
 

Onion Price : भारतीय रसोई में प्याज का अपना एक अहम हिस्सा है। प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारतीय भोजन में प्याज का बढ़ चढ़कर उपयोग किया जाता है। आने वाले समय में प्याज की कीमतें आम आदमी को और रुला सकती है। बाजार में 60 से लेकर 80 रुपए प्रति किलो बिकने वाला प्याज 100 रूपए प्रति किलो तक पहुंच सकता है। 

 

Onion Price Rise : प्याज की कीमतों में हर दिन बढ़ोतरी ने एक बार फिर आम आदमी को रुलाना शुरू कर दिया है। बाजार में अन्य खाद्य सामग्री भी महंगी होने के साथ-साथ अब प्याज की कीमत में भ तगड़ा उछाल आने की संभावना है। प्याज की कीमतों में और ज्यादा बढ़ोतरी का कारण सरकार द्वारा प्याज की निर्यात शुल्क में 20% की कटौती है। इस फैसले के बाद प्याज की थोक कीमतों में बढ़ोतरी होने वाली है। बाजार में अच्छी क्वालिटी के प्याज की कीमत 80 रूपए किलो के पार पहुंच चुकी है। बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक प्याज की कीमत 100 रूपए पार हो सकती है।

घरेलू प्याज की कीमत में तेजी

आने वाले दिनों में प्याज की कीमत रुला सकती है। सरकार ने प्याज का निर्यात शुल्क कम कर दिया है, जिसके बाद थोक बाजार में इसकी खरीद कम हो गई है। प्याज को अब किसान विदेशों में बेच रहे हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो से अधिक हो सकती है। प्याज अभी भी 60 से 80 रुपये प्रति किलो के बीच खुदरा बाजार में बिक रहा है। हाल ही में सरकार ने मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) सीमा को प्याज से हटा दिया था। सरकार का कहना है कि इस कदम से देश की निर्यात बढ़ेगी। प्याज निर्यात करने से भी किसानों की आय बढ़ेगी। लेकिन इससे घरेलू प्याज की कीमत में तेजी दिखनी शुरू हो गई है।

प्याज से निर्यात शुल्क 20 प्रतिशत घटा

हाल ही में सरकार ने प्याज से निर्यात शुल्क 20 प्रतिशत घटा दिया। इससे सब्जी मंडी में प्याज का थोक मूल्य बढ़ा है। आने वाले दिनों में प्याज की कीमत और बढ़ सकती है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक से प्याज दिल्ली की गाजीपुर, ओखला और आजादपुर सब्जी मंडी में मिलता है। प्याज कारोबारी श्रीकांत मिश्रा बताते हैं कि मंडी में तीन दिन पहले प्याज का थोक मूल्य 35 से 45 रूपये प्रति किलो था। लेकिन सरकार ने प्याज निर्यात शुल्क को दोगुना कर दिया। इससे मंडी में प्याज का थोक मूल्य 5 रुपये प्रति किलो बढ़ा हैं।

100 रुपये प्रति किलो प्याज की कीमत होने की संभावना 

श्रीकांत ने कहा कि प्याज का थोक मूल्य 50 रुपये से अधिक है। आने वाले दिनों में प्याज की दर में अधिक वृद्धि हो सकती है। श्रीकांत कहते हैं कि नई फसल आने में अभी समय लगेगा। अभी प्याज केवल मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से भेजा जाता है। राजस्थान मंडी में कम प्याज आ रही है क्योंकि स्टॉक लगभग खत्म हो गया है। साथ ही, एक कारोबारी ने बताया कि खुदरा बाजार में प्याज 80 रुपये से अधिक की लागत से खरीद सकते हैं। भविष्य में प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है।

प्याज में इस वजह से आएगी तेजी 

सरकार ने मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) सीमा को प्याज से हटा दिया है। MEP अभी तक प्याज पर 550 डॉलर प्रति टन था। लेकिन विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इसे तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इससे किसानों को अधिक और बेहतरीन क्वालिटी की प्याज विदेशों में बेहतर कीमत पर बेचने का मौका मिलेगा। खुलकर प्याज का निर्यात होने के बाद देश में प्याज की कमी हो सकती है। इससे प्याज की भाव में तेजी आने वाली हैं। 

प्याज की नवीन फसल आने में लगभग दो महीने लगेंगे। ऐसे में नई प्याज अभी बाजार में नहीं मिलेगी। किसान स्टॉक प्याज एक्सपोर्ट करेंगे। नई प्याज नहीं आने से भी प्याज की आवक कम होगी। ऐसे में प्याज मंडियों से कम हो सकती है। इसकी कीमत कम होने और मांग बढ़ने पर बढ़ सकती है।