Sagar News: धान, ज्वार, बाजरा के लिए किसान 4 तक करवा सकतें हैं रजिस्ट्रेशन

MP News : मध्य प्रदेश के किसानों के लिए लाभदायक खबर सामने आई है। मध्य प्रदेश के किसानों को सरकार की तरफ से फसल बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने की सलाह दी जा रही है। अगर किसान अपनी उपज का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते तो एमएसपी हिसाब से दाम मिलने में मुश्किल आएगी।

 

Uttar Pradseh News : मध्य प्रदेश के किसानों की फसल बिक्री को लेकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सरकार की तरफ से चल रही है। सरकार किसानों को फसल बिक्री रजिस्ट्रेशन करवाने की सलाह दे रही है। प्रदेश में 19 सितंबर से किसानों की फसल खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया चली थी। अब किसानों के पास थोड़ा समय ही बचा है अगर रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया तो जल्द से रजिस्ट्रेशन करवा ले। अगर किसान अपनी उपज का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते तो एमएसपी हिसाब से दाम मिलने में मुश्किल आएगी।

किसानों को एमएसपी रेट

1 अक्तूबर से सरकार खरीफ फसल खरीदने लगेगी। अन्य राज्यों, जैसे उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान, भी फसलों की खरीद शुरू कर रहे हैं। जबकि पंजाब सरकार ने खरीदना शुरू कर दिया है। मध्य प्रदेश में किसानों को उपज बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन करने में चार दिन का समय मिलता है। रजिस्ट्रेशन से चूकने वाले किसानों को एमएसपी रेट मिलना मुश्किल हो सकता है। 

किसानों के पास बचा चार दिन का समय

मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों को अपनी फसल बिक्री के लिए पंजीकृत करने की सलाह दी है। मध्य प्रदेश में 19 सितंबर से किसानों को फसल खरीदने के लिए पंजीकृत करना शुरू हो गया है, और यह प्रक्रिया 4 अक्तूबर तक जारी रहेगी। इसका अर्थ है कि किसानों को चार दिन का समय बचा है अगर वे एमएसपी दरों पर अपनी फसल बेचना चाहते हैं। रजिस्ट्रेशन से चूकने पर एमएसपी के हिसाब से किसानों की उपज का मूल्यांकन करना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि उन्हें अपने उत्पादों को फिर कारोबारियों को बेचने की आवश्यकता हो सकती है।

उपज बिक्री पंजीकृत करने के लिए चार दिन बचे हैं

मध्य प्रदेश सरकार ने धान, ज्वार और बाजरा उत्पादक किसानों से तत्काल पंजीकृत होने को कहा है। 4 अक्तूबर से इन फसलों की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी। राज्य भर में सरकारी खरीद के लिए 1400 से अधिक खरीद केंद्र बनाए गए हैं। राज्य सरकार ने उपज खरीदने के लिए कृषि विभाग और खरीद प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। किसानों को 48 घंटे के अंदर उनके बैंक खातों में सीधे भुगतान मिलेगा। 

किसान रजिस्ट्रेशन कैसे और कहां करें 

किसान अपनी फसल को बेचने के लिए ऑफलाइन या ऑनलाइन पंजीकृत हो सकते हैं। राज्य सरकार ने कहा कि ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, सहकारी समिति और एमपी किसान एप मुफ्त में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन 50 रुपये देकर MP ऑनलाइन कियोस्क, सामाजिक सेवा केंद्र या साइबर कैफे में भी कराया जा सकता है। सिकमी, बटाईदार, कोटवार और वन पट्टाधारी किसानों का पंजीयन केवल सहकारी समिति और मार्केटिंग सहकारी संस्थाओं में होगा। किसानों को रजिस्ट्रेशन के लिए भूमि संबंधी दस्तावेज, आधार कार्ड और फोटो पहचान पत्र के अलावा बैंक पासबुक या बैंक खाते की जानकारी भी देनी होगी। 

धान, ज्वार और बाजरा के सरकारी मूल्य 

केंद्र सरकार ने 2024-25 तक किसानों से धान, ज्वार और बाजरा खरीदने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारित किया है। ताकि किसानों को उनके खर्च का सही मूल्य मिल सके, एमएसपी पर ही फसलें की जा रही हैं। 

धान की सामान्य वैरायटी प्रति क्विंटल 2300 रुपये एमएसपी है। ग्रेड-ए धान के लिए किसानों को प्रति क्विंटल 2320 रुपये मिलेंगे। 
ज्वार की हाइब्रिड वैरायटी का मूल्य प्रति क्विंटल एमएसपी 3371 रुपये है। जबकि ज्वार की मालदंडी किस्म का मूल्य प्रति क्विंटल 3421 रुपये है। 
केंद्र सरकार ने बाजरा खरीदने के लिए प्रति क्विंटल न्यूनतम 2625 रुपये का समर्थन मूल्य निर्धारित किया है।