Sarso Tel: सरसों तेल में आया उछाल, 15 दिनों में हुआ इतना महंगा
Sarso Oil Price Today :सरसों के तेल की बढ़ती कीमतें आम घर की रसोई का बजट बिगड़ रही है। दरअसल पिछले 2 हफ्तों में सरसों के तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वहीं लहसुन भी धीरे-धीरे तेजी की रफ्तार पकड़ रहा है।
Mustard Oil Price : देश में त्यौहारी सीजन शुरू होने वाला है। इसी बीच सरसों का तेल पिछले दिनों से लगातार रसोई का बजट बिगाड़ रहा है। पिछले 15 दिनों में सरसों के तेल में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वही दिवाली तथा छठ पूजा बिल्कुल नजदीक है। इस त्योहार में पूजा से लेकर पकवान बनाने तक सरसों के तेल की मांग अधिक रहती है। इससे इन त्योहारों में यह लोगों का बजट बिगाड़ सकता है।
बिहार के मुजफ्फर में स्थित गोला रोड के थोक विक्रेताओं के मुताबिक इस बार अच्छा मौसम नहीं होने की वजह से सरसों की फसल कमजोर हुई है। इस वजह बिहार, यूपी, हरियाणा, राजस्थान में सरसों के उत्पादन में गिरावट आई है। जैसे-जैसे तेल की मांग बढ़ रही है, वैसे ही कीमतों में बढ़ोतरी होती जा रही है। पिछले 15 दिनों में सरसों का तेल 12 प्रति लीटर महंगा हो गया है।
वही पंकज मार्केट के एक विक्रेता ने बताया कि सरसों की फसल पक कर तैयार होने का समय अप्रैल महीना रहता है। उसे वक्त सरसों के तेल की कीमत 115 से 122 रुपए लीटर थी मैं तक कीमत स्थित रही, मगर जून के बाद बढ़ोतरी शुरु हो गई।
थोक विक्रेताओं का कहना है कि जून के बाद अगस्त तक सरसों के तेल की कीमत 118 से ₹130 के बीच रही, परंतु अगस्त के अंतिम सप्ताह में इसकी कीमत में तेजी से उछाल आया है। उन्होंने बताया जिस रफ्तार से रेट में बढ़ोतरी हो रही है, उसे अनुमान लगाया जा रहा है कि त्योहारी सीजन में लोगों का तड़का और भी महंगा हो सकता है। क्योंकि सरसों के तेल की कीमत और बढ़ सकती है। महंगाई के कारण राज्य में सरसों के तेल की आवक में भी कमी आई है।
लहसुन भी महंगा हुआ
सरसों का तेल तथा लहसुन दोनों ही रसोई घर में प्रयोग होने वाली चीज है। इन दोनों की बढ़ती कीमतें आम घर की रसोई का बजट बिगड़ रही है। लहसुन का भाव भी आसमान छूने लगाए बीते पिछले 20 दिनों में 50 रुपए प्रति किलोग्राम है बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। अगस्त में लहसुन का भाव 200 से 250 रुपए प्रति किलो था, जो अब बढ़कर 300 रुपए प्रति किलो हो गया है। राज्य में लहसुन की आवक कटनी तथा कानपुर से ज्यादा होती है। बिहार में इस बार फसल कमजोर रहने के कारण लहसुन की कीमतों में और उछल सकता है।