Tur-Urad Dal Update: कस्टम क्लीयरेंस के बाद इंपोर्टरों को 30 दिन के अंदर बाजार में उतारना होगा अरहर और उड़द दाल

Dal Price HIke: साल 2023 में अरहर दाल और उड़द की कीमतों में शानदार उछाल दिखा है. महंगे दाल का असर सभी वर्ग पर देखने को मिला है.

 

Tur-Urad Dal Price Hike: चुनावी साल में अरहर और उड़द दाल की कीमतों पर लगाम लगाने की कवायद सरकार ने तेज कर रखी है. सरकार ने दाल आयात करने वाले इंपोर्टरों को कस्टम क्लीरेंस मिलने के बाद 30 दिनों के भीतर बाजार में दाल उतरना पड़ेगा. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने अरहर और उड़द दाल की कीमतों पर नकेल कसने के मसकद से यह आदेश जारी किया है. 

दाल इंपोर्ट करने वाली कंपनियों के एसोसिएशन को लिखे पत्र में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बताया है कि सभी सदस्यों से ये अनुरोध है कि वे एडवाइजरी का पालन करें. आपको बता दें कि एडवाइजरी में मंत्रालय ने इन इंपोर्टरों से बताया है कि कस्टम क्लीरेंस मिलने के बाद 30 दिनों से अधिक स्टॉक को अपने पास होल्ड कर ना करें. साथ ही इस सप्ताह के शुक्रवार और आने वाले हर शुक्रवार को  सभी इंपोर्टरों को विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर अरहर और उड़द दाल के होल्डिंग स्टॉक की जानकारी देने को कहा गया है. 

सरकार के इस आदेश के बाद इंडियन पल्स एंड ग्रेंस एसोसिएशन ने अपने सभी सदस्यों को सरकार की एडवाइजरी के अनुसार सभी स्टॉक्स को बाजार में उतारने की नसीहत दी है. आपको बता दें भारत अपने खपत का 15 फीसदी दाल आयात किया जाता है. 

हाल के महीनों में दाल की कीमतों में उछाल आया है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के डाटा के अनुसार राजधानी दिल्ली में एक जनवरी 2023 को अरहर दाल की कीमत 120 रुपये प्रति किलो हुई थी जो अब बढ़कर 132 रुपये प्रति किलो हो चुकी है. उरद दाल 118 रुपये प्रति किलो थी जो अब 123 रुपये प्रति किलो हो चुकी है.

हाल ही में सरकार ने विदेशों में यानि म्यांमार से अरहर और उरद की होर्डिंग की आशंका जाहिर हुई थी. इंपोर्ट करने वाले इंपोर्टर भारत में दाल आयात कर नहीं मंगा रहे हैं.  वह दालों की होर्डिंग कर रहे हैं जिससे घरेलू बाजार में जब दाल की कीमतें और बढ़ जाए तो वे ऊंची कीमतों पर उसे आयात करने के बाद बाजार में बेचकर मोटा मुनाफा बना सकें.

व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए : यहां पर दबाएं

Also Read: 10 रुपये खर्च युवक ने कूलर को बनाया AC, इस देसी जुगाड़ के दीवाने हुए यूजर