Wheat bhav: गेहूं भाव में आ रहा उछाल, आटा और मैदा के बढ़ने लगे रेट
Wheat: पिछले कुछ दिनों से गेहूं की कीमतों में लगातार तेजी आ रही है. बढ़ते हुए भाव के चलते बाजार चिंतित नजर आ रहा है. इसी को देखते हुए केंद्र सरकार इस साल ओएमएसएस के तहत लगभग 55 लाख टन गेहूं बेचने की तैयारी कर रही है. पिछले साल स्कीम के तहत 100 लाख टन गेहूं को बेचा गया था. इस साल सरकार 2325 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं की बिक्री करेगी. वर्तमान समय में अगर जल्द गेहूं की बिक्री जरूर नहीं की गई तो त्योहारों में मांग बढ़ने के कारण मिल क्वालिटी गेहूं 3000 रुपए प्रति क्विंटल बिकने लगेगा. फिलहाल मिलों द्वारा गेहूं का भाव 2850 से 2900 रुपए प्रति क्विंटल तक बोला जाने लगा है.
मिलों के पास ज्यादा स्टॉक नहीं
वर्तमान समय में मिलों के पास ज्यादा स्टॉक नहीं है. जिसके चलते गेहूं के भाव बढ़ रहे हैं. केंद्र सरकार द्वारा गोदामों में स्टॉक गेहूं को बाजार में न बेचने की वजह से त्योहारों के चलते मांग में मजबूती होने के कारण कीमतों में तेजी आ रही है. मौजूदा समय में केंद्र सरकार के पास गोदामों में गेहूं का काफी स्टॉक पड़ा हुआ है. अगस्त के पहले दो सप्ताह में इस साल ज्यादातर मंडियो में आवक में गिरावट रही है. हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत गेहूं उत्पादन वाले ज्यादातर राज्यों में पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं की आवक कमजोर रही. मौजूदा समय में खरीदारों और मिलों को गेहूं की सख्त जरूरत है.
3000 जा सकते हैं गेहूं भाव
गेहूं की बढ़ती हुई कीमतों को देखते हुए माना जा रहा है कि केंद्र सरकार अगले महीने से गेहूं की बिक्री बाजार में शुरू कर सकती है. पिछले साल सरकार जून के अंतिम सप्ताह में गेहूं की बिक्री शुरू कर दी थी. उस दौरान 28 जून 2023 से 28 फरवरी 2024 तक केंद्रीय पूल से 94 लाख टन से ज्यादा गेहूं की रिकॉर्ड बिक्री की गई थी. अभी तक गेहूं की बिक्री न करने के कारण आटा और मैदा की कीमतें पिछले कई दिनों से बढ़ रही है. ऐसा माना जा रहा है कि अगर सरकार द्वारा गेहूं की बिक्री जल्द शुरू नहीं की गई तो भाव 3000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं.