गेहूं के भाव 300 रुपए तेज, चना में 1000 रूपये का उछाल, आपूर्ति व मांग में अंतर से पड़ा फर्क

मंडियों में गेहूं की आवक कमजोर चलने की वजह से उछाल देखने को मिल रहा है। बीते 30 दिनों के अंदर गेहूं के भाव में 300 रुपए, तो चने के भाव में 1000 रुपए तक का उछाल आया है। 
 

MP News : देशभर में त्योहारों का सीजन चल रहा है और इसी बीच आटा, सूजी और गेहूं की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही मंडियों में गेहूं की आवक कमजोर चल रही है। जिसकी वजह से बीते एक महीने में छिंदवाड़ा क़ी स्थानीय मंडी में गेहूं का भाव ₹300 तक बढ़ चुका है। जुलाई के अंतिम सप्ताह में गेहूं का भाव 2650 रुपए था, जो 25 अगस्त तक बढ़कर 2944 तक पहुंच चुका है। इसके साथ साथ चने के भाव में भी एक महीने में ₹1000 तक का उछाल देखने को मिला है।

गेहूं आवक में आई नरमी 

 गेहूं की मांग बढ़ने के बावजूद भी मंडी में आवक नरम दिखाई दे रही है। मंडी में रोजाना औसतन 5000 से 6000 क्विंटल गेहूं की आवक हो रही है। जिसे काफी कम माना जा सकता है। अगर छुट्टियां को काट दिया जाए, तो मंडी में अब तक करीबन 60000 से 70000 क्विंटल गेहूं की आवक हुई है। वही मंडी में सबसे अधिक आवक 12 अगस्त को हुई है। जो करीबन 8667 क्विंटल है।

चने क़ी मांग में तेजी 

अगस्त महीने से त्यौहारों का सीजन शुरू हो जाता है। इसी बीच बेसन की मांग मजबूत होती हुई दिखाई दे रही है। चने के भाव में एक महीने के अंदर 1000 रुपए का उछाल देखने को मिला है। 19 जुलाई 2024 को चने का अधिकतम भाव 6360 रुपए था। जो 24 अगस्त तक बढ़कर 7440 रुपए हो गया है। चने के भाव में अचानक उछाल देखने को नहीं मिला है। 19 जुलाई के बाद चने में धीरे धीरे एक हज़ार रुपए का इजाफा देखने को मिला है। 

छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ के अध्यक्ष प्रतीक शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सीजन समाप्त होने वाला है और सरकार गेहूं इंपोर्ट नहीं कर रही है। बाजार में गेहूं आने के बावजूद भी कीमतें लगातार बढ़ रही है। त्यौहार की वजह से भी कीमतों में उछाल देखा जा सकता है।