मोदी सरकार सब्सिडी पर खर्च करेगी इतने लाख करोड़ रुपये, किसानों को सस्ती दरों पर मिलेगा यूरिया खाद 

 

The Chopal: देश भर के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी आ रही है। क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों को सस्ती उर्वरक खाद उपलब्ध करवाने के लिए  2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च करने का फैसला लिया है। और ये ऐलान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। सरकार के इस फैसले से देश भर के किसानों के बीच खुशी की लहर छा गई है। क्योंकि अगर उनको सरकार कम कीमत पर खाद उपलब्ध करवाती है, तो उनको लागत के मुकाबले मुनाफा अधिक होगा।    

बता दे कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के रामागुंडम में फर्टिलाइजर प्लांट का उद्घाटन के मौके पर ये घोषणा की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र ने पिछले आठ वर्षों के दौरान लगभग 10 लाख करोड़ रुपये तक खर्च किए हैं, ताकि देश के किसानों पर उर्वरकों की ऊंची वैश्विक कीमतों का बोझ बिल्कुल न पड़े. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के बैंक खातों में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि भी भेजी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में वर्षों से बंद पड़े पांच बड़े उर्वरक संयंत्रों को यूरिया के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए सरकार द्वारा फिर से शुरू किया जा रहा है.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि रामागुंडम यूरिया प्लांट देश को समर्पित भी की जा चुका है, जबकि उत्तर प्रदेश में गोरखपुर संयंत्र ने अपना उत्पादन भी शुरू कर दिया है. जब ये पांच संयंत्र पूरी तरह से चालू हो जाएंगे, तो देश को 60 लाख टन तक यूरिया प्राप्त होगा, जिसके परिणामस्वरूप आयात पर महत्वपूर्ण लागत बचत होगी और यूरिया ज्यादा आसानी से किसानों के लिए उपलब्ध होगा.

ब्रांड भारत यूरिया के तहत उपलब्ध कराया जाएगा प्रधानमंत्री 

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यूरिया भविष्य में एक ही ब्रांड भारत यूरिया के तहत किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा, क्योंकि किसानों को पहले कई तरह के उर्वरकों के मौजूद होने के कारण समस्याओं का सामना भी करना पड़ा है. प्रधानमंत्री मोदी ने विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि दुनिया के नाजुक दौर से गुजरने के बावजूद भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में निरतंर अग्रसर है. वहीं, इन गंभीर परिस्थितियों में भी, विशेषज्ञ सहमत हैं कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में चीन से भी आगे निकल जाएगा, और यह पहले से ही उस दिशा में आगे की और बढ़ रहा है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों के मुताबिक वर्ष 1990 के बाद यानी पिछले तीन दशकों में देश ने जो विकास देखा है, वो पिछले आठ वर्षों के दौरान हुए बदलावों के कारण कुछ ही वर्षों में भी होगा.

Also Read: धान मंडी भाव 14 नवंबर 2022: पैडी की सभी किस्म का ताज़ा प्रमुख मंडियो का रेट यहां देखें

रोजाना मंडी भाव के लिए यहां टच कर व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े