किसान इस फसल से कमा रहा लाखों रुपए, 30 दिनों में कम लागत में बना देगी मालामाल
Agriculture News : अररिया जिले में खेती-किसानी के तरीकों में तेजी से बदलाव हो रहा है। 25-30 दिनों में तैयार होने वाली फसलें आमतौर पर ऐसी फसलें होती हैं जिनका जीवन चक्र छोटा होता है और जल्दी परिणाम देती हैं। ये फसलें सब्जियों, पत्तेदार फसलों, और कुछ अन्य विशेष फसलों में शामिल होती हैं।
The Chopal : अररिया जिले में खेती-किसानी के तरीकों में तेजी से बदलाव हो रहा है। आधुनिक तकनीकों और सरकारी योजनाओं के कारण किसान अब पारंपरिक खेती से हटकर नई और उन्नत पद्धतियों को अपना रहे हैं। यह बदलाव उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अररिया में सरसों की खेती में रुचि दिखाई देती है। यहां के किसानों ने सितंबर से अक्टूबर तक सरसों की खेती की है। दिसंबर से जनवरी तक इसमें फसल आना शुरू होता है। अगेती आलू की फसल के बाद किसान उसी खेत में सरसों भी बोते हैं। जिसकी बुवाई दिसंबर से जनवरी तक की जाती है।
अररिया जिले में कृषि प्रणाली तेजी से बदल रही है। अब किसान पारंपरिक फसलों के अलावा तिलहन और सब्जियों की खेती कर रहे हैं। किसानों के लिए सरसों की साग की खेती खासतौर पर लाभदायक साबित हो रही है। किसानों को सरसों की बढ़ती मांग ने लाखों का मुनाफा कमाने का मौका दिया है।
सरसों की खेती अच्छी कमाई देती है
अररिया जिले में बड़ी मात्रा में सरसों की खेती की जाती है। यहां के कुछ किसान सरसों की खेती साग के लिए करते हैं, तो कुछ सरसों की खेती साग के लिए करते हैं। अररिया जिले में रहने वाले किसान रामदेव ने बताया कि सरसों की साग की खेती से कितनी कमाई होती है। इस फसल से क्या लाभ मिलता है? सारी जानकारी जानें।
सरसो फसल 30 दिनों में तैयार हो जाती है
किसान रामदेव ने कहा कि 25 से 30 दिनों में तैयार हो जाएगा। सरसों की साग लगभग 25 से 30 दिनों में तैयार हो जाती है। जबकि सरसों की फसल तीन महीने में तैयार हो जाती है।भारतीय कृषि अर्थव्यवस्था में सरसों की फसल बहुत महत्वपूर्ण है। यह भारतीय रसोई में नहीं है। बल्कि लाखों किसानों का मुख्य आजीविका स्रोत भी है।
एक एकड़ में 70 हजार रुपये मिलते हैं
किसान रामदेव ने बताया कि लगभग एक एकड़ जमीन पर सरसों की खेती की जाती है। सरसों की खेती बड़ी कमाई देती है। इस फसल से जमीन भी फायदा उठाती है। यदि फसल अच्छी होती तो प्रति एकड़ 50 से 70 हजार रुपये से अधिक की कमाई होती है।