किसान देसी मटन की खेती करके कमा रहा 4 गुना पैसा, जाने तरीका 
 

खेती अब घाटे का सौदा नहीं है, बस थोड़ी समझदारी चाहिए। समस्तीपुर के किसान ने कुछ ऐसी ही समझदारी दिखाई, जिसके कारण वह अब खेती से अच्छी कमाई कर रहा है।
 

The Chopal - खेती अब घाटे का सौदा नहीं है, बस थोड़ी समझदारी चाहिए। समस्तीपुर के किसान ने कुछ ऐसी ही समझदारी दिखाई, जिसके कारण वह अब खेती से अच्छी कमाई कर रहा है। यह किसान अब बेहतर मुनाफा कमा रहा है, हालांकि पहले धान, गेहूं, मक्का और अन्य फसलों पर निर्भर था। ये किसान जिले के कल्याणपुर के रामपुर गांव में एक बीघे में सूरन (ओल) की खेती कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें - इंडियन आर्मी का बड़ा फैसला, अब सैनिक छुट्टियों के दौरान भी करेंगे देश की सेवा 

धान गेहूं, मक्का और अन्य फसलों को छोड़कर क्षेत्र के अधिकांश किसान अब इस तरह की खेती कर रहे हैं, जिससे अधिक उत्पादन और अधिक मुनाफा मिलता है। किसान ने कहा कि ओल की खेती अच्छी कमाई देती है। जब ओल का पौधा छोटा होता है, हम इस खेत में गेहूं, मक्का, तोरी, नेनुआ, कद्दू, खीरा, हल्दी और अन्य फसल लगा सकते हैं।

ये भी पढ़ें - राजस्थान के लोगों की बल्ले बल्ले, इन 6 जिलों में खोले जायेंगे डीटीओ ऑफिस 

देसी मटन के नाम से जाना जाता है

रामपुर के किसान विश्वनाथ प्रसाद ने कहा कि किसानों को अब इस तरह की खेती पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि इससे ओल के अलावा अन्य फसलों का मुनाफा मिलेगा। बताया कि सूरन भी ओल का नाम है। देसी मटन भी इसका नाम है। कई बार यह शरीर को भी फायदा करता है। ठंड के दिनों में इसकी काफी मांग होती है क्योंकि इसकी तासीर गर्म है। इसे उत्तर भारत में दिवाली के दिन बनाया जाता है।

4 गुना अधिक मुनाफा

बातचीत के दौरान किसान विश्वनाथ प्रसाद ने बताया कि खेत में ओल की फसल लगभग एक बीघे में लगाई गई है। खेती का खर्च लगभग पच्चीस हजार रुपये है, जबकि मुनाफा लगभग दो लाख रुपये है। बताया कि ओल की फसल खराब नहीं होती, इसलिए किसान इसे खेतों से निकाल सकते हैं। इस फसल से किस तरह की अन्य खेती की जा सकती है? इसलिए किसान को इस तरह की खेती करनी चाहिए, जिससे बेहतर उत्पादन और मुनाफा मिलता है।