किसानों को 55 रुपये में होगा तगड़ा फायदा, खेत में होगी दमदार फसल, 1 एकड़ पराली का निस्तारण
 

How to Make Fertilizer Using Stubble: धान की फसल के अवशेष को पराली कहते हैं। किसानों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। बल्कि एक लाभदायक सौदा हो सकता है। अब किसानों को पराली निकालने में टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आप पराली से खाद बनाने के लिए सिर्फ 55 रुपये खर्च कर सकते हैं।

 

How to Make Fertilizer Using Stubble: धान की फसल के अवशेष को पराली कहते हैं। किसानों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। बल्कि एक लाभदायक सौदा हो सकता है। सप्ताह भर में किसान पराली से खेत में ही खाद बना सकते हैं और इसके लिए उनके पास बहुत कम खर्च होगा। पराली से खाद बनाने से मिट्टी में सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ेगी और अगली फसल की बुवाई में उर्वरकों की कम आवश्यकता होगी। नाइट्रोजन की मदद से किसान पराली को खाद बना सकते हैं।

पराली से खाद बनाने की प्रक्रिया

कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के कृषि विशेषज्ञ डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसानों को पहले धान की कटाई के बाद बचने वाले फसल अवशेष एक बड़ी समस्या थी। अब आसानी से खेत में ही किया जा सकता है। अब किसान पराली को खाद में बदल सकते हैं, नाइट्रोजन (यूरिया) की मदद से, जो पहले महंगा और कठिन था। यह प्रक्रिया किफायती है और आसान भी है।

नाइट्रोजन से खाद कैसे बनाएं

डॉ. गुप्ता ने कहा कि धान की कटाई के बाद खेत में बची पराली को बिखेर दें। फिर 10 किलोग्राम यूरिया प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में छिड़काव करें। ऐसा करने से पराली 10 से 12 दिनों में सड़कर खाद में बदल जाएगी। तब किसान खेत की जुताई करके अगली फसल बो सकते हैं। नाइट्रोजन घोल को पराली पर स्प्रे करने से एक से दो सप्ताह में पराली खाद में बदल जाएगी।

पराली निकासी के लाभ

खेत में पराली को 3-4 साल तक निस्तारित करने से कई सूक्ष्म तत्वों और फायदेमंद जीवाणुओं की वृद्धि होती है, जैसे 1600 किलोग्राम जैविक कार्बन, 20-30 किलोग्राम नाइट्रोजन, 4-7 किलोग्राम फास्फोरस, 60-100 किलोग्राम पोटाश और 4-6 किलोग्राम सल्फर। पराली को खेत में निस्तारित करने से अगली फसल में सिंचाई भी बचती है।