किसानों के लिए अच्छी खबर! पंचायत स्तर पर बनेंगे छोटे गोदाम, बैग भी मुहैया कराएगी ये सरकार

 

कृषि समाचार: बिहार सरकार ने किसानों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने ग्रेन को संग्रहित करने के लिए पंचायत स्तर पर छोटे-छोटे अन्नगार बनाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, मगध क्षेत्र कोसी में मक्का बीज का हब विकसित किया जाएगा। यह पहल को चौथे कृषि सड़क मार्ग में शामिल किया गया है। राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरीके से बीज वितरण की सुविधा बढ़ाई जाएगी। इससे किसानों को फायदा होगा।

ये भी पढ़ें - Income Tax Raid: 250 इनकम टैक्स के अधिकारी आए बाराती बनकर, करोड़ों की संपत्ति का हुआ खुलासा

100 बीज हब की स्थापना होगी

भूमि के स्वभाव के आधार पर ही खेती होनी चाहिए। इसी आधार पर बीज वितरण के निर्देश दिए गए हैं। कृषि विभाग द्वारा पीपीपी मोड में बीज उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य में 100 बीज हब स्थापित किए जाएंगे।

मुख्य फसलों पर ध्यान

सरकार उच्चावचाच सफेद धान, तिल और दालहन जैसी मुख्य फसलों के बीज उत्पादन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। गया में उच्चावचाच सफेद धान के लिए एक्‍सेलेंस केंद्र जल्द ही स्थापित होगा। नलकूपों की वितरण और कृषि मेकेनाइज़ेशन अब "पहले आओ, पहले पाओ" के आधार पर नहीं होगा। अब कृषि यंत्रों का वितरण लॉटरी के माध्यम से होगा। इसमें आरक्षण नियमों का पालन भी होगा। नलकूप योजना में एजेंसी की मनमानी को मान्यता नहीं दी जाएगी।

ये भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश के इस शहर में 1 करोड़ रुपये पहुंचा बीघा जमीन का रेट, खरीदारों की संख्या रही बढ़

अनाज संग्रह के लिए अन्नगार स्थापित होंगे

बिहार सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अनाज को बर्बादी से बचाने के लिए पंचायत स्तर पर छोटे-छोटे अन्नगार स्थापित करेगी। किसानों को फसलों के उचित दाम मिलें, इसलिए अन्नगार स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।

अनाज संग्रह के लिए बैग प्रदान करेगी सरकार

अन्नगार में अनाज संग्रह के लिए कृषि विभाग बैग भी उपलब्ध कराएगा। इसमें किसानों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मखाना और मक्का की ज्यादा खेती होती है। किसान अधिक दिनों तक मक्का और मखाना को अन्नगार में संग्रहित कर सकेंगे, इसलिए उन्हें बैग प्रदान किए जाएंगे।