देश के इस राज्य में बारिश-ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों को रौंदा, लगभग 50% खेतों में खड़ी फसल तबाह   

 

The Chopal, खेतीबाड़ी: अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ने से मध्य प्रदेश राज्य के कई जिलों में हालात खराब भी हो गए हैं. तेज आंधी और बारिश से किसान के साथ- साथ आम जनता भी काफी परेशान हो गई है. वहीं, आसमान से किसानों के लिए आफत बन कर बरसे ओलों ने उनकी फसल खराब भी कर दी है. मध्य प्रदेश के बैतूल में शनिवार शाम को तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश दर्ज हुई. इससे सैकड़ों एकड़ जमीन पर खड़ी रबी की फसल भी अब बर्बाद हो गई.

जानकारी के अनुसार, शनिवार शाम को बैतूल जिले में भी तेज बारिश हुई. कहा जा रहा है कि बारिश के दौरान कई जगहों पर चने के आकार के साथ ओले भी गिरे. लगभग 20 मिनट तक हुई आफत की इस बारिश से जगह- जगह पर ओलों की सफेद चादर भी बिछ गई. अगर हम बात करें बैतूल के भीमपुर विकासखंड के दामजीपूरा, झाकस, भारगढ़ और बिरपुरा की तो यहां पर बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को बहुत नुकसान भी पहुंचा है. कहा जा रहा है कि खास कर ग्रामीण इलाके में हुई ओलावृष्टि से गेहूं और चना की फसल को भारी नुकसान भी हुआ है.

फसलों की कटाई करने में भी किसानों को मुश्किल 

बता दें कि जिले में अधिकांश किसानों ने गेहूं और चने की कटाई करने के बाद सूखने के लिए फसल को खेत में भी छोड़ दिया था. ऐसे में बारिश के बाद खेतों में जलभराव भी हो गया. यही वजह है कि खेतों में सूख रही कटी फसलें पानी में डूबने से बर्बाद भी हो गईं. वहीं, अब बारिश से खेतों में नमी भी आ गई है, जिससे फसलों की कटाई करने में भी किसानों को काफी परेशानी अब होगी.

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नुकसान का सटीक आंकड़ा सर्वे के बाद 

किसानों ने बताया कि जब काफी देर तक ओलों की बारिश हुई तो उससे हमारी गेंहू और चने की खड़ी फसलों को काफी नुकसान भी पहुंचा है. लगातार आसमान से आफत बन कर बरसे ओलों से खेतों में लगी फसलों को लगभग 50 % नुकसान पहुंचने की आशंका भी जताई जा रही है. भीमपुर के अलावा शाहपुर विकासखंड में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है. वहीं, राज्य सरकार ने अधिकारियों का बर्बाद फसलों का सर्व करने का कड़ा आदेश दे दिया है. अब नुकसान का सही आंकड़ा सर्वे के बाद ही सामने आएगा.

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