किसानों के लिए बहुत बड़ी चिंता की बात, IMD के अनुसार इस बार चौपट होगी फसल 

 
किसानों के लिए बहुत बड़ी चिंता की बात

THE CHOPAL - भारत के कई राज्यों में इन दिनों भंयकर गर्मी पड़ भी रही है। कई राज्यों में पारा अब 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच भी गया है। आम आदमी बढ़ते तापमान से परेशान हैं तो वहीं, फसलों और जानवरों के लिए भी पारे में बढ़ोतरी मुसीबत से कम भी नहीं है। मौसम विभाग ने इस वर्ष भारत की 19 फीसदी आबादी में मॉनसून के दौरान सामान्य से कम बरसात और करीब 13 फीसदी आबादी में सामान्य से ज्यादा बरसात का पूर्वानूमान भी जताया है.

पूर्वानुमान

‘साउथ एशियन सीजनल क्लाइमेट आउटलुक फोरम’ (SASCOAF) के मुताबिक,  उत्तर में सामान्य से कम बरसात होने की 52 फीसदी संभावना भी है। देश के मध्य हिस्सों में सामान्य से कम बरसात की 40 फीसदी संभावना भी है। वहीं, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मौसम में सामान्य बरसात होने का अनुमान भी है. पिछले वर्ष उत्तर भारत के राज्यों में कमजोर मॉनसून के चलते किसानों को भारी नुकसान झेलना भी पड़ा था। आपको बता दे की कम बरसात के चलते किसानों द्वारा धान की बुवाई में लेट हुआ था. मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष उत्तर और मध्य भारत में फिर से सामान्य 52 और 40 फीसदी कम बरसात भी हो सकती है. इसका असर सीधे धान के साथ-साथ खरीफ की अन्य फसलों पर पड़ भी सकता है. पिछले वर्ष UP के 62 और बिहार और झारखंड के सभी जिलों में सूखे जैसी स्थिति दर्ज भी की गई थी। खरीफ की फसलों के साथ-साथ भंयकर गर्मी से सब्जी की फसलों पर भी बहुत बुरा असर पड़ भी सकता है.

मौसम का असर

भंयकर गर्मी से दुधारू पशुओं को भी काफी ज्यादा नुकसान भी हो सकता है. ऐसे मौसम में पशुओं के अंदर खुरपका और मुंहपका जैसे रोग होने की ज्यादा संभावनाएं बढ़ भी जाती हैं. इसके साथ ही दुधारू पशुओं के दूध पैदावार की क्षमता भी काफी ज्यादा बढ़ भी सकती है. ऐसे में पशुओं के रखरखाव में भी एहितयात बरतने के आदेश भी हैं। पशुओं को खुले जगहों की बजाय छायादार स्थानों पर रखने को कहा भी गया है.