इस राज्य सरकार ने बांस की खेती के किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस शानदार योजना की शुरुवात, जानें पूरी डिटेल

 

THE CHOPAL - बता दे की भारत देश में ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत बड़ी मात्रा में किसान बांस की खेती से भी अपना जीवनयापन कर रहे हैं।  बता दे की भरत सरकार की तरफ से इस फसल के लिए काफी अच्छी सब्सिडी भी दी जाती है। जानकारी के लिए बता दे की बांस का प्रयोग  कागज निर्माताओं के अलावा कार्बनिक कपड़े बनाने के लिए भी किया जाता है। बांस की लकड़ियों की डिमांड बाजार में हमेशा काफी ज्यादा बनी रहती है। 

जहां मेड़ वहीं पेड़ के नारे - 

आपको बता दे की MP सरकार जहां मेड़ वहीं पेड़ के नारे से बांस का उत्पादन बढ़ाने का प्रयास भी कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ज्यादा मजबूत बनाने के लिए बांस की खेती बढ़ाने कोशिश कर रही है। बता दे की बांस की मांग की बात करें तो ना सिर्फ गांव में लोग घर या फर्नीचर बनाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता हैं । इसके अलावा सजावट के सामान, गिलास, लैंप जैसी तमाम चीजें भी बनती हैं। बता दे की बांस की खेती ज्यादा ठंडी जगह पर नहीं की जाती। बांसके लिए गर्म जलवायु परिस्थितियों काफी अच्छी मानी जाती थी। 

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बांस की खेती -

बता दे की बांस को बीज, कटिंग या राइज़ोम विधि से लगाया भी सकता है। बांस की खेती के लिए जमीन को तैयार करने की आवश्यकता भी  नहीं होती है। बांस की खेती के लिए मिट्टी ज्यादा रेतीली नहीं होनी चाहिए। बता दे की आप बांस की खेती 2 FEET गहरा और 2 FEET चौड़ा गड्ढा खोदकर इसकी रोपाई कर सकते हैं। 

लगातार मिलेगा मुनाफा -

बांस की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर इसके लगभग 1,500 पौधे आप लगा सकते हैं । इसकी फसल लगभग 3 साल में बनकर तैयार हो जाती है और इस दौरान प्रति पौधे पर लगभग 250 रुपये का खर्च भी आता है। बता दे की 1 हेक्टेयर से आपको करीब 3-3.5 लाख रुपये तक  की कमाई होगी। आप को बता दे बांस की खेती में सबसे खास बात ये है कि इस फसल से आप 40 साल मुनाफा कमा सकते हैं। 

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