Biparjoy Updates: गुजरात में तबाही के बाद अब बिपरजॉय की वजह से राजस्थान में भंयकर बरसात का खतरा
 

 

THE CHOPAL - गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय हिस्सों में भीषण तबाही मचाने के बाद अब साइक्लोन बिपरजॉय से राजस्थान में भंयकर बरसात होने का खतरा मंडरा रहा है। IMD के अनुसार चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 16 जून को रात में दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से सटे दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान और धोलावीरा से लगभग 100 KM उत्तर-पूर्व में कच्छ के ऊपर एक गहरे डिप्रेशन में कमजोर भी हो गया। आपको बता दे की आने वाले 12 घंटों के दौरान इसके एक डिप्रेशन में और कमजोर होने की ज्यादा उम्मीद भी है। IMD के अनुसार आज पूर्वी राजस्थान में भंयकर बरसात होने की उम्मीद भी है। इसके लिए पूर्वी राजस्थान के लिए रेड अलर्ट और पश्चिमी राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। किसी भी हालात से निपटने के लिए राजस्थान में प्रशासन अलर्ट पर भी है.

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साइक्लोन बिपरजॉय की वजह से गुजरात के भुज और कच्छ में की पेड़ उखड़ भी गए। NDRF की टीमों ने उन पेड़ों को हटाने का कार्य भी किया है। आपको बता दे की वहीं चक्रवात बिपरजॉय ने पिपावाव पोर्ट के टर्मिनल्स को भी नुकसान भी पहुंचाया है। गुजरात के CM भूपेंद्र पटेल ने साइक्लोन बिपरजॉय से निपटने में आपदा बचाव और राहत एजेंसियों की सराहना भी की है. गुजरात के CM भूपेंद्र पटेल ने यह कहा कि ‘हम बिना किसी ज्यादा नुकसान के एक बड़ी आपदा से लड़ने में सक्षम भी हुए हैं. NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों ने चक्रवात से होने वाले किसी भी नुकसान को बहुत कम करने के लिए अथक प्रयास भी किया। 

राजस्थान सरकार

राजस्थान सरकार चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से बचाव को लेकर अब पूरी तरह से तैयार भी है। आपको बता दे की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने यह कहा कि किसी भी हालात से निपटने के लिए NDRF की 17 टीमें नियुक्त भी की गई हैं और 30 टीम को तैयार रहने को कहा भी गया हैं। आपको बता दे की जहां कहीं भी इसकी जरूरत भी होगी, वहां इन्हें भेजा जाएगा.  शर्मा ने यह कहा कि बिपरजॉय को लेकर सरकार की तैयारियों का स्तर इस तरह का होना भी चाहिए कि किसी भी जान-माल की हानि भी नहीं हो. एक सरकारी बयान के मुताबिक मुख्य सचिव ने लोगों में इस प्राकृतिक आपदा से बचाव के बारे में अधिक से अधिक जानकारी पहुंचाने पर बल भी दिया.

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उन्होंने कहा कि निचले हिस्सों में जल जमाव के कारण से लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए ग्राम प्रधान, ग्राम रक्षक, सुरक्षा सखी, सभी पंचायत समिति के सदस्यों की मदद से लोगों में जागरूकता फैलाई जाए. उन्होंने यह कहा कि राजस्थान हमेशा से आपदा प्रंबधन में अव्वल भी रहा है, इस बार भी राज्य इस साइक्लोन बिपरजॉय से अच्छे से निपट भी लेगा. मौसम विभाग के अनुसार यह बिपरजॉय जालोर और बाड़मेर में प्रवेश करने के बाद कमजोर भी हो जाएगा. जिसके वजह से राजस्थान में भारी बरसात और आंधी आ भी सकती है.