ऐसे पलटी पूर्व फौजी की किस्मत घर बैठे बना करोड़पति, जानिए पूरी कहानी -

 


The Chopal(हरियाणा)|

Ex-serviceman got 5 crore Lottery: इस लॉटरी को जीतने के बाद पूर्व फौजी अत्तर सिंह ने बताया कि उनके दो बेटे हैं और वे दोनों  सेना में ही जवान  हैं|आज से लगभग छह महीने पहले भी उन्हें 90 हजार रुपये की लॉटरी लगी थी, मगर यह अतर सिंह को संतोषजनक नहीं लगी  थी|उन्होंने मन में ठान लिया था कि जब तक अच्छी खासी लॉटरी नहीं लगती तब तक वह अपना प्रयास जारी रखेंगे|और अब उनका सपना पूरा हो गया है.

पूर्व फौजी अत्तर सिंह जी कहते हैं कि उन्होंने आज तक सिर्फ सुन था की  भगवान जब देते हैं तो छप्पर फाड़ कर देते हैं|और आज वो इस कहावत से अपनी ज़िंदगी मे रूबरू भी हो गये|बता दे की पूर्व फौजीअत्तर सिंह  हरियाणा (Haryana) के भिवानी जिले के रहने वाले है|पूर्व फौजीपर किस्मत ऐसी मेहरबान हुई कि उसने 5 करोड़ की लॉटरी (Lottery) जीती है|30 % टैक्स कटने के बाद उनको साढ़े तीन करोड़ रुपये मिलेंगे|उन्होंने अब आगे के जीवन के बारे मे बताते हुए कहा की  वह यह लॉटरी जीतने के बाद भी सामान्य जीवन ही जीएंगे और इस आमदनी का कुछ हिस्सा सामाजिक कार्यों (social work) में भी खर्च करेंगे.शायद उनकी इस सोच का परिणाम है की उनके नाम इतनी बड़ी लॉटरी लगी है

ज़िंदगी का सबसे बड़ा जैक्पाट-
                                         हरियाणा के भिवानी जिले के गांव बड़दू मुगल निवासी पूर्व फौजी अत्तर सिंह ने नगालैंड सरकार से पांच करोड़ रुपये की लॉटरी जीती है|वह सेना में नायक पद से सेवानिवृत्त हैं और पिछले 15 साल से लॉटरी खरीद रहे हैं|उन्होंने बताया कि वे अब तक लगभग 10 लाख रुपये लॉटरी पर खर्च कर चुके हैं|इस दौरान कई छोटे इनाम निकल चुके हैं, मगर 15 साल के प्रयास के बाद अब उनका पहला इनाम निकला है.

पूर्व फौजी अत्तर सिंह ने बताया कि वह वर्ष 2007 में सेना से रिटायर हो गए थे|उसके बाद कुछ काम करने की सोची|और इसके साथ उन्होंने लॉटरी खरीदनी शुरू कर दी|उन्होंने अपने परिवार के बारे मे बताया कि उनके दो बेटे हैं और वे दोनों भी सेना में ही हैं|आज से लगभग छह महीने पहले भी उन्हें 90 हजार रुपये की लॉटरी लगी थी, मगर यह संतोषजनक नहीं थी|उन्होंने मन में ठान लिया था कि जब तक अच्छी खासी लॉटरी नहीं लगती तब तक प्रयास जारी रखेंगे|अब उनका सपना पूरा हो गया है|उन्होंने बताया कि इस धनराशि को खर्च करने के बारे में अभी तक कोई योजना नहीं बनाई है.

पहले नहीं हुआ यकीन

अत्तर सिंह जी ने बताया कि शुरू में जब उन्होंने देखा कि उनकी टिकट का नंबर पहले स्थान पर आया है तो उनको भरोसा नहीं हुआ|उन्होंने लगातार कई बार नंबर का मिलान किया|उसके बाद उन्होंने टिकट देने वाली एजेंसी के संचालक से बात कर पुष्टि की, तब जाकर उन्हें इस बात पर यकीन हुआ कि उन्हें पांच करोड़ रुपये की लॉटरी लग गई है.

फौजी ने ली प्रण  दोबारा जीवन मे अब कभी लॉटरी की टिकट नहीं लेंगे 

                                                                                                  अत्तर सिंह जी  ने बताया कि उनका सपना पूरा हो चुका है और अब वे दोबारा जीवन में कभी भी लॉटरी की टिकट नहीं खरीदेंगे|उनके साथ  बातचीत के दौरान लॉटरी टिकट एजेंसी के संचालक लक्ष्मण सिंह भी मौजूद रहे|संचालक लक्ष्मण सिंह  बताया कि उन्होंने 24 दिसंबर को डीयर क्रिसमस एंड न्यू ईयर बंपर लॉटरी के पांच टिकट 10 हजार रुपये में किल्लांवाली से खरीदे थे|और जिसका परिणाम 1 जनवरी को इंटरनेट पर आया तो अत्तर सिंह को यकीन नई हुआ उन्होंने  बाकायदा उनके पास फोन करके इस बात की पुष्टि की और उसके बाद अतर सिंह जी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.