Circle Rate in Ayodhya: अयोध्या में जमीन के रेटों में आएगा बंपर उछाल, सरकार कर रही ये तैयारी

अयोध्या में सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है. प्रस्तावित दरों को लेकर 4 सितंबर तक आपत्तियां मांगी गई है. जिससे अयोध्या और इसके आसपास की जमीनों की कीमतों में इजाफा हो सकता है
 

Ayodhya Mein Jameen ka Sarkari rate: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद जमीन और प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल आया है. कई मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक, परंतु अब अयोध्या में जमीन के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी चल रही है. ऐसे में आप अयोध्या में अगर जमीन खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपकी जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा. पिछले दिनों यूपी के कई शहरों में सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी चल रही है. इसी कड़ी में अब अयोध्या का नंबर लग गया है. रामनगरी के शहरी क्षेत्र में जमीन की कीमतों में इजाफा हो सकता है. इसके अलावा शहर के अन्य प्रमुख स्थानों पर सर्किल रेट 200 फीसदी के करीब बढ़ सकता है.

जमीनों की कीमतें सातवें आसमान पर

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद से ही शहर ही नहीं बल्कि आसपास लगते इलाकों में जमीनों की कीमतें सातवें आसमान पर पहुंच गई है. हालांकि की राम मंदिर निर्माण से पहले अयोध्या में बस स्टैंड, सड़कें और एयरपोर्ट बनाने के लिए लोगों से सरकार ने सैकड़ों एकड़ जमीन ली थी. उस दौरान सर्किल रेट कम होने के कारण लोगों को उचित मुआवजा नहीं मिला. परंतु अयोध्या में जमीन की कीमतें आसमान छू रही है. मुआवजा ना मिलने से अयोध्या के लोग सरकार से नाराज चल रहे हैं.

7 सालों बाद बढ़ेंगे सर्किल रेट

बता दे की अयोध्या में आखिरी बार सर्किल रेट 2017 में बढ़ाए गए थे. उसके बाद से अब तक पिछले 7 सालों में सर्किल दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया. स्थानीय प्रशासन द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले 2022 में सर्किल रेट बढ़ने का प्रस्ताव दिया था. परंतु उसे दौरान सर्किल रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया गया. अब जिलाधिकारी ने सर्किल रेट में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है.

रामनगरी में सर्किल रेट बढ़ने का प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है. प्रस्तावित सर्किल रेट दरों पर 4 सितंबर तक आपत्तियां मांगी गई है. अयोध्या के डिविजन कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि इस बारे में दो बैठक की जा चुकी है. सर्किल रेट को लेकर अंतिम फैसला आपत्तियों के निपटान के बाद किया जाएगा.