UP के खेतों में पैदा होगी बिजली, पावर कॉरपोरेशन खरीदकर देगा पैसा, ये गांव हुए चिन्हित

UP Farmers :उत्तर प्रदेश सरकार की यह नई स्कीम किसानों को मालामाल करने वाली है। सरकार द्वारा खेतों में सोलर प्लांट की स्कीम लागू की गई है। परियोजना के तहत किसान बिजली पैदा कर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन को बेच सकते हैं। साथ ही बिजली कट की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

 

UP Electricity News : उत्तर प्रदेश की बंजर पड़ी भूमि भी आमदनी देने लगेगी किसान अब अपने खेतों में बिजली उत्पादन करते नजर आएंगे। क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने खेतों में सोलर प्लांट लगाने का फैसला लिया है। इस परियोजना के लिए तीन किसानों द्वारा आवेदन कर दिया गया है। प्रदेश के किसान खेत में 3:30 मेगावाट के सोलर प्लांट लगा सकते हैं। इनसे पैदा की जाने वाली बिजली किसान यूपी पावर कारपोरेशन को बेचकर पैसे कमाएंगे। सरकार के फैसले से ग्रीड पर लोड कम होने की वजह से लगने वाले कटिया से भी छुटकारा मिलेगा।

एसी कूलर हीटर की बिक्री जैसे ही बढ़ रही है, वैसे-वैसे बिजली की खपत भी अधिक हो रही है। इस बढ़ती खपत की वजह से विद्युत आपूर्ति केंद्र पर ओवरलोड का असर पड़ रहा है। इसका खामियाजा लोगों को फाल्ट, ट्रिपिंग तथा बिजली कटौती के रूप में भरना पड़ता है।

लोगों द्वारा प्रयोग की जाने वाली बिजली की खपत को काम नहीं किया जा सकता, लेकिन ग्रेड के बजाय सोलर बिजली का प्रयोग कर ग्रेड पर लोड कम किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में  केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा खेतों में नलकूपों के संचालन के लिए पहले ही सोलर सब्सिडी दी जा रही है। इसके बाद सूर्य घर योजना में भी सोलर पैनल लगाने पर सब्सिडी मिल रही है।

इन गांवों को मिलेगा लाभ

प्रधानमंत्री कुसुम सी योजना के तहत 41 कृषि फिडरो को बिजली घर से जोड़ने का प्लान बनाया है। इस परियोजना में तीन किसान तो आवेदन भी कर चुके हैं। अलंकिक कुछ किसान नोएडा विभाग के संपर्क में है। इसके तहत ब्लाक नूरपुर में नूरपुर, पैजनियां, फीना, रेहटा बिल्लौच, कोतवाली में कल्याणपुर, अकबराबाद, फुलसंदा, नहटौर में बसावनपुर, कड़ीपुरा, ब्लाक हल्दौर में कंभौर, झालू, नांगलजट, सिकंदरी, हल्दौर, कादरपुर, उलेढ़ा, ब्लाक देवमल में फजलपुर, गजरौलाशिव, उमरपुर मीरा, मंडावर, स्वाहेड़ी, ब्लाक जलीलपुर में ककराला, मुस्तफाबाद, पीपलसाना, मसीत, स्याऊ,अलाउद्दीनपुर,अफजलगढ़ में अफजलगढ़, भिक्कावाला, मानियावाला, वीरभानवाला, स्योहारा में पालनपुर, ताजपुर, ठाटजट, उमरपुर खादर, नजीबाबाद में भागूवाला, बड़िया, चंदक, सौफतपुर, तैमूरपुर, तिसोतरा ब्लाकों के गवों को चुना गया है ।

इतना आएगा खर्च तथा आमदनी

यदि किसानों द्वारा एक मेगावाट के लिए  आवेदन किया गया हो तो इस परियोजना की लागत 4.50 करोड रुपए है। जिसमें से  1.05 करोड रुपए सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा दी जाती है तथा 50 लाख रूपए दिए जाएंगे। तथा इसके रखरखाव के लिए हर साल 3 लाख रूपए की लागत आएगी और उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन को 3.10 पैसे प्रति यूनिट हिसाब से बिजली बेची जा सकेगी।