Laptop खरीदते वक्त रखें इन 5 बातों का खास ख्याल, वरना होगा नुकसान
 

अगर आप भी लेपटॉप खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो हम आपको बताने जा रहे हैं उन पांच बातों के बारे में जिन्हें आपको लेपटॉप खरीदते समय ध्यान देना चाहिए ताकि आपको कोई नुकसान नहीं होगा।
 

The Chopal : आजकल स्मार्टफोन्स बहुत शक्तिशाली आने लगे हैं। ऐसे में फोन काफी काम करता है। लेकिन लैपटॉप या कंप्यूटर अभी भी आवश्यक है। क्योंकि फोन पर कठिन काम करना मुश्किल है। लैपटॉप पोर्टेबल और उपयोगी होने की वजह से अधिकांश लोग उन्हें लेना पसंद करते हैं। हम आपको नया लैपटॉप खरीदने का सबसे अच्छा तरीका बताने जा रहे हैं अगर आप भी इसे खरीदने में कन्फ्यूज हो रहे हैं।

अपना बजट करें तय: अगर आपको सिर्फ वेब सर्फिंग और वीडियो देखना है तो आप 15 हजार तक की रेंज वाले लैपटॉप ले सकते हैं. वहीं, हालांकि, अगर ऑफिस के हेवी वर्क और गेमिंग के लिए लैपटॉप चाहते हैं तो आपको ज्यादा पैसा खर्च करना होगा. 

प्रोसेसर: लैपटॉप खरीदने से पहले कुछ Key फैक्टर्स का भी ध्यान रखना होता है. इनमें से एक प्रोसेसर भी है. बेसिक कामों के लिए Intel Core i3 or AMD Ryzen 3 पर्याप्त होता है. वहीं, अगर आपको हाई डिमांडिंग काम करना हो तो Intel Core i5/i7 या AMD Ryzen 5/7 प्रोसेसर ऑप्ट करना होगा.

रैम: आज की तारीख में अगर आप लैपटॉप खरीद रहे हैं तो जनरल यूज के लिए कम से कम 8GB रैम होना चाहिए. वहीं, अगर आप हेवी ऐप्स चलााएंगे तो आपको कम से कम 16GB रैम की जरूरत होगी. इसी तरह आपको स्टोरेज का भी ध्यान रखना होगा. 

ग्राफिक्स: अगर आप रेगुलर टास्क करते हैं तो आपके लिए इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स पर्याप्त है. लेकिन, गेमिंग और ग्राफिक्स-इंटेंसिव कामों के लिए डेडिकेडेट GPU वाले लैपटॉप लेना होगा. आप NVIDIA या AMD जैसे ऑप्शन्स देख सकते हैं.

डिस्प्ले: लैपटॉप में 13 से 17 इंच की स्क्रीन साइज देखने को मिलती है. ऐसे में आप अपनी जरूरत और मोबिलिटी के हिसाब से एक साइज तय कर लें. इसके बाद रेजोल्यूशन की बात करें तो आप फुल HD या 4K का ऑप्शन देख सकते हैं.

ऑपरेटिंग सिस्टम: आप अपनी बजट और जरूरत के हिसाब से Windows, macOS या Linux जैसे ऑप्शन्स में से किसी एक OS को सेलेक्ट कर सकते हैं. Apple के लैपटॉप जाहिर तौर पर महंगे आते हैं.

कनेक्टिविटी: ध्यान रखें कि आपकी जरूरत के हिसाब के सारे पोर्ट्स लैपटॉप में दिए हों. क्योंकि, पेन ड्राइव, लैन केबल, मेमोरी कार्ड और स्पीकर कनेक्ट करने के लिए कापी पोर्ट्स की जरूरत होती है.

ये पढ़ें - 47 साल बाद UP में यहां बनेगा नया शहर, नाम और लोकैशन हुई फाइनल