एक पाइप में फसी हैं 40 जिंदगियां, अब उत्तराखंड में क्या हो रहा
 

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चालीस जिंदगियों को बचाने की कोशिश पच्चीस घंटे से चल रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। रविवार सुबह से ही कर्मचारियों को निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है।

 

The Chopal : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चालीस जिंदगियों को बचाने की कोशिश पच्चीस घंटे से चल रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। रविवार सुबह से ही कर्मचारियों को निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। मुश्किल परिस्थितियों में चलाए जा रहे ऑपरेशन में अभी भी काफी समय लग सकता है। यमुनोत्री हाईवे पर धरासू-बड़कोट के बीच सिलक्यारा में चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा टूट गया, जिसके कारण सुरंग में काम कर रहे सभी कर्मचारी फंस गए।

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पाइप जीवन है

मजदूरों को जो मलबे के पीछे गुप अंधेरे में फंसे हैं, वे अभी भी सुरक्षित हैं। सुरंग में पानी की निकासी के लिए बनाई गई पाइपलाइन अभी लाइफलाइन के रूप में कार्य कर रही है। मजदूरों को इस पाइप से खाना और पानी मिलता है। ऑक्सिजन प्रवाहित होता है। इससे उन्हें साहस मिलता है, लगातार बातचीत करके। 

क्यों इतना समय लग रहा है?

शनिवार रात कंपनी के मजदूर सुरंग में काम कर रहे थे. रविवार को सुबह चार बजे, सुरंग के मुहाने से लगभग डेढ़ सौ मीटर अंदर शिफ्ट चेंजिंग के दौरान सुरंग का लगभग पचास मीटर हिस्सा टूट गया, जिससे चालीस कर्मचारी सुरंग में फंस गए। वहां तक ऑक्सीजन प्रदान करने वाली लाइन भी मलबे से ढह गई। हादसे के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन निरंतर चल रहे हैं। मलबे को निकालना शुरू किया गया। 15 से 20 मीटर की दूरी पर मलबा साफ किया गया था। लेकिन बार-बार ऊपर से मलबा गिरने की वजह से यह कामयाब नहीं हुआ। 

अब "ट्रंच लैस" तकनीक का उपयोग

मलबा हटाने में सफलता नहीं मिली तो 800 एमएम मोटे स्टील के पाइप से कर्मचारियों को निकालने की कोशिश की जा रही है। "ट्रंच लैस" प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा। ट्रंच लैस सीवर तकनीक में सीवर लाइन को बिछाने के लिए सड़कों को बिना खोदने के ही बिछाया जाता है। एक-एक पाइप को मलबे में धंसाकर सुरंग के मुहाने से मजदूरों के पास टनल बनाया जा रहा है। इसके बाद कर्मचारी पाइप के अंदर से बाहर आ सकते हैं। यह चिंता व्यक्त करता है कि यदि इस मलबे में पत्थर आ जाए तो पाइप को पुश करना बहुत मुश्किल होगा। ऐसी स्थिति में पाइप को नियमित रूप से पुश करें। 

मोदी ने फोन पर धामी से घटना की जानकारी ली

उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना पर भी पीएमओ लगातार निगरानी रखता है। मुख्यमंत्री धामी से दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरंग में फंसे लोगों और उनकी बचाव प्रक्रियाओं की जानकारी ली। धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस दुर्घटना से निपटने में हर संभव मदद करने का वादा किया है। साथ ही हर परिस्थिति को देखने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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