हरियाणा: बीज विकास निगम में बड़ा घोटाला, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिए जांच के आदेश

हरियाणा प्रदेश में बीज विकास निगम में बड़ा घोटाला सामने आया है. बताया जा रहा है की बीज विकास निगम के माध्यम से बीज का उत्पादन करने वाले कथित किसानों ने यह घोटाला किया. सिर्फ कुछ ही एकड़ जमीन रखने वाले लोगों ने सैकड़ों एकड़ जमीन पर बीज का उत्पादन दिखा कर बीज विकास निगम
 

हरियाणा प्रदेश में बीज विकास निगम में बड़ा घोटाला सामने आया है. बताया जा रहा है की बीज विकास निगम के माध्यम से बीज का उत्पादन करने वाले कथित किसानों ने यह घोटाला किया. सिर्फ कुछ ही एकड़ जमीन रखने वाले लोगों ने सैकड़ों एकड़ जमीन पर बीज का उत्पादन दिखा कर बीज विकास निगम को लाखों रुपए की चपत लगाई. वहीं इस मामले में निगम के एक निदेशक और पूर्व निदेशक की भूमिका संदिग्ध. सीएम खट्टर ने तुरंत विजिलेंस जांच के आदेश दिए है.

बीज विकास निगम बड़ा घोटाला

हरियाणा प्रदेश सीएम मनोहर लाल ने एक माह में जांच पूरी करके रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं. हरियाणा बीज विकास निगम को मिली शिकायत में पाया गया है कि निगम के एक मौजूदा निदेशक ने जिला जींद के गांव गिल्लाखेड़ा में 60 एकड़ जमीन पर बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत बीज का उत्पादन दिखाया. इसके अलावा करीब 13 एकड़ जमीन पर अपनी पत्नी के नाम कृषकों के लिए और 10 एकड़ जमीन पर अपने बेटे के नाम पर आईएफएफडीसी के लिए बीज का उत्पादन दिखाया. जबकि हरियाणा प्रदेश के इस गांव में इस निदेशक या फिर उसके परिवार के नाम पर कोई जमीन ही नहीं है.

मिली जानकारी के मुताबिक इसी प्रकार बीज विकास निगम के पूर्व निदेशक में भी 315 एकड़ जमीन पर बीज उत्पादन कार्यक्रम दिखाया. परंतु उनके और उसके परिवार के नाम पर महज 65 एकड़ जमीन ही पाई गई. वहीं घोटाले में शामिल यह लोग राजस्थान राज्य एवं उत्तर प्रदेश से सस्ते दामों पर बीज खरीद कर निगम और दूसरी एजेंसी को सप्लाई कर रहे थे. बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत बीज विकास निगम व दूसरी एजेंसी एमएसपी पर 400 रुपए प्रति कुंटल ज्यादा कीमत देती हैं. जबकि दालों के बीज और खरीफ फसलों के लिए एमएसपी से 30 गुना ज्यादा कीमत बीज उत्पादकों को दी जाती है.

घोटाले में शामिल लोग न केवल बीज विकास निगम को चपत लगाई बल्कि घटिया बीज की सप्लाई भी निगम को कर रहे थे. इस घटिया बीज को बीज विकास निगम सर्टिफाई भी कर रहा था. सर्टिफाई बीज को दूसरे किसान हाइब्रिड बीज समझकर खरीद रहे थे. परंतु उनकी पैदावार बढ़ने की वजह और घटी और उन किसानों को नुकसान हुआ. इस मामले में बीज विकास निगम के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है. परंतु अब सीएम ने जांच के आदेश दिए है जिसकी रिपोर्ट विजिलेंस 1 महीने में सीएम को सौंपेगी.

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