UP के इन 19 जिलों में बनेंगे ट्रांस्पोर्ट नगर, लोगों को मिलेंगी ये शानदार सुविधाएं

UP News - हाल ही में योगी सरकार की ओर से आए एक अपडेट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी के इन 19 जिलों में ट्रांस्पोर्ट नगर बनाए जाएंगे। साथ ही केंद्र सरकार इन शहरों को सुविधाएं विकसित करने के लिए अलग से 50-50 करोड़ रुपये देगी।
 

UP News : उत्तर प्रदेश के पांच लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में ट्रांसपोर्ट नगर, आर्थिक जोन यानी उद्योग और व्यवसायिक गतिविधियों के साथ ग्रीन क्षेत्र आरक्षित होंगे। विकास प्राधिकरणों को मास्टर प्लान में इन स्थानों को चिह्नित करते हुए आरक्षित करना होगा। केंद्र सरकार इन शहरों को सुविधाएं विकसित करने के लिए अलग से 50-50 करोड़ रुपये देगी।

19 शहरों में पहले सुविधा

प्रदेश में मौजूदा समय 19 लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, आगरा, मेरठ, गोरखपुर, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, झांसी, फिरोजाबाद-शिकोहाबाद, रामपुर, सहारनपुर, मथुरा-वृंदावन, हापुड़-पिलखुआ और शाहजहांपुर की आबादी पांच लाख से अधिक है। केंद्र सरकार की राज्यों को विशेष सहायता-पार्ट तीन में केंद्र सरकार ने इसकी अनिवार्यता की है। इसके आधार पर विकास प्राधिकरणों ने मास्टर प्लान में इन सुविधाओं के लिए स्थान आरक्षित किया जाना है।

चार में तीन शानदार सुविधाएं देनी होंगी

अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण ने संबंधित विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्षों को पत्र भेजते हुए कहा है कि मौजूदा समय मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। इन सुविधाओं को शामिल करते हुए स्थान आरक्षित किया जाए। कंप्रिहेंसिव मोविलिटी प्लान में ट्रांसपोर्ट नगर की व्यवस्था की जाएगी, बाजार व कालोनियों में सड़कों की चौड़ाई तय की जाएगी।

आर्थिक जोन में लघु उद्योग, व्यवसायिक गतिविधियों के साथ ही कारपोरेट सेक्टर के ऑफिसों के लिए स्थान आरक्षित होंगे। ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही ट्रांजिड ओरियंटेड डवपमेंट के लिए स्थान चिह्नित होंगे। इनमें से तीन के लिए स्थान आरक्षित करने वाले पात्रता में आएंगे।

ये शानदार सुविधाएं दी जाएंगी

- एक लाख की आबादी पर 40 बसों की सुविधा
- मल्टीस्टोरी पार्किंग के साथ ही ईवी चार्जिंग की सुविधा
- दुर्घटना के लिए डार्क स्पॉट को चिह्नित किया जाएगा
- घनी आबादी और पुराने क्षेत्रों के ट्रंस्पोर्ट प्लान
- आर्थिक जोन में लेबर अड्डे के लिए स्थान आरक्षित
- रोजाना लगने वाले बाजारों के लिए स्थान आरक्षित
- औद्योगिक इकाइयों के पास हाउसिंग सोसायटियां

- ऑर्थिक जोन में फूड स्ट्रीट का स्थान आरक्षित होगा
- सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए स्थान आरक्षित होगा
- शहरों में स्थिति वॉटर बॉडी के लिए प्लान तैयार होगा
- ट्रांजिड ओरियंटेड जोन में बहुमंजिला ईमारतों का स्थान
- इसके लिए 100 से लेकर 500 मीटर तक क्षेत्र आरक्षित होगा

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