Monsoon Update 2023: ताजा मौसम अनुमान मुताबिक बारिश में देरी, जानें भारत में मानसून कब तक देगा दस्तक?

 

Monsoon Update: मौसम विभाग के ताजा मानसून पूर्वानुमान मुताबिक इस वर्ष केरल (Kerala) में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन में थोड़ी देरी होने की संभावना बन रही है. मौसम विभाग कार्यालय ने मंगलवार (16 मई) को एक बयान में कहा कि मानसून (Monsoon) के चार जून को दस्तक देने की संभावना फिलहाल है. दक्षिणी राज्य में मानसून बीते साल 29 मई, 2021 में 3 जून और 2020 में 1 जून को पहुंचा था. आईएमडी (IMD) ने बीते माह में कहा था कि अल नीनो की स्थिति के बावजूद भारत में मानसून के दौरान सामान्य बारिश होने की उम्मीद बन रही है. 

यह भी पढ़ें: RBSE 8th Result 2023: 8वीं कक्षा राजस्थान बोर्ड का रिजल्ट जारी , यहां डायरेक्ट लिंक से तुरंत देखें 

भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून का आगे बढ़ना केरल के ऊपर मानसून के आरंभ से ही चिन्हित होता है और यह एक गर्म और शुष्क मौसम से वर्षा के मौसम में रूपांतरण को निरुपित करने वाला एक बेहद जरूरी संकेत है. जैसे जैसे मानसून उत्तर दिशा में आगे की ओर बढ़ता है, इन क्षेत्रों को चिलचिलाती गर्मी के तापमान से राहत मिलने लगती है. हालांकि अभी देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप भी जारी रहेगा. 

"हीटवेव की उम्मीद नहीं, लेकिन पारा बढ़ेगा" 

मौसम विभाग के अधिकारी कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि मई के पहले दो हफ्तों में हीटवेव की स्थिति पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ कम गंभीर थी जिसने उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों को प्रभावित भी किया. जैसा कि अगला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत की और आ रहा है, अगले 7 दिनों तक, हम वहां हीटवेव की स्थिति की उम्मीद नहीं कर रहे हैं, लेकिन तापमान ज्यादा होगा, 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास तक. 

यह भी पढ़ें: भयंकर गर्मी से मिली दिल्ली-NCR को राहत, पूर्वोत्तर के राज्यों में होगी बरसात, जाने IMD का मानसून अपडेट

इन इलाकों में तेज रफ्तार से चल रही हवाएं

उन्होंने कहा कि इन दिनों हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में धूल भरी हवाएं भी चल रही हैं. इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि एक पश्चिमी विक्षोभ गुजर चुका है और इसी कारण तेज हवाएं चल रही हैं. श्रीवास्तव ने कहा कि इसके अलावा, पिछले सप्ताह तापमान काफी ज्यादा था, ज्यादातर हिस्सों में ये 40 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर रहा. वातावरण शुष्क है और 40-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं सतह से धूल उठा रही हैं और इसे वायुमंडल में फैला रही हैं. मुख्य रूप से ये 1-2 किमी की ऊंचाई तक भी फैल रही हैं. 

यह भी पढ़ें: कोटा मंडी भाव 17 मई 2023: जानें सोयाबीन, गेहूं, मक्का, धान, धनिया, चना, ग्वार और सरसों समेत सभी भाव