Delhi में आसमान से बरसेगी आफत, मौसम विभाग ने भीषण गर्मी का अलर्ट किया जारी 
 

Delhi News : देश में अप्रैल महीने में ही जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। देश के कई इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है। बता दें कि कर्नाटक के कलबुर्गी में पिछले दिन का तापमान 43.1 डिग्री के पार पहुंच गया। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में इस बार आसमान से बरसेगी आग, अप्रैल महीने की पहले सप्ताह के अंत तक दिल्ली का तापमान 38 डिग्री कॉपर हो गया। पढ़ें पूरी खबर

 

The Chopal : देश में अप्रैल महीने में ही जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। देश के कई इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है।  देश के कई इलाकों में अप्रैल महीने के पहले हफ्ते के अंत तक भयंकर गर्मी पड़ने लगी है। लोगों को जून जैसी गर्मी का एहसास अप्रैल महीने होने लगा है। दिल्ली की जनता को बीते दिनों चली हवाओं के मध्य कुछ राहत मिली थी वह आने वाले हफ्ते में थम जाएगी। दिल्ली में इस सप्ताह के अंत तक 38 डिग्री सेल्सियस का तापमान होगा, मौसम विभाग ने बताया। सप्ताहांत में चलने वाली हवाओं से दिल्ली को कुछ राहत मिलेगी, लेकिन वे भी थम जाएंगी। दिल्ली-एनसीआर में तेज धूप के चलते तापमान अभी भी बढ़ेगा, मौसम विभाग का कहना है। शुक्रवार के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन फिर भी तापमान बढ़ सकता है।

रविवार सुबह दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में तेज धूप निकली। इससे अधिकतम तापमान बढ़ा। अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री था, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। तेज उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलते रात का तापमान गिर गया। न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस था, सामान्य से चार डिग्री कम। Delhi Air Quality Index (AQI) रविवार को 178 अंकों पर रहा, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार। याद रखें कि शून्य से 50 तक AQI को "अच्छा", 51 से 100 तक "संतोषजनक", 101 से 200 तक "मध्यम", 301 से 400 तक "बहुत खराब", और 401 से 500 तक "गंभीर" माना जाता है।

श्रमिकों के कामकाजी घंटों में कटौती की सिफारिश

नई दिल्ली (समाचार एजेंसी) मौसम विभाग ने इस बार शीघ्र ही भयंकर गर्मी की चेतावनी दी है। ऐसे में, विशेषज्ञों ने खेती, निर्माण और अन्य क्षेत्रों में खुले इलाके में काम करने वाले कर्मचारियों के काम करने के घंटे कम करने की सलाह दी है। ऐसी परिस्थितियों में गहन श्रम करने से शरीर की गर्मी बढ़ सकती है, जो मृत्यु का कारण भी बन सकती है, आईआईटी गांधीनगर के सिविल इंजीनियरिंग और अर्थ साइंस विभाग के प्रमुख विमल मिश्रा ने बताया।