Petrol Vs Diesel : पेट्रोल की कार क्यों कम देती हैं डीजल कार के मुकाबले माइलेज, जाने कारण
Diesel Vs Petrol Car Mileage : जैसा कि आपने देखा होगा, हर कोई कार खरीदने से पहले उसकी माइलेज की जांच करता है. तो क्या आप जानते हैं कि डीजल की गाड़ी पेट्रोल की गाड़ी से अधिक माइलेज देती है? आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ।
The Chopal : सभी को पता है कि डीजल कारें पेट्रोल कारों से अधिक माइलेज देती हैं। लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि डीजल कारें पेट्रोल कारों से अधिक माइलेज क्यों देती हैं। इसकी वजह यह है कि, हालांकि डीजल और पेट्रोल दोनों फॉसिल फ्यूल से बनाए जाते हैं, लेकिन पेट्रोल अधिक माइलेज देता है जबकि डीजल कम है। चलो समझते हैं।
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पेट्रोल और डीजल, दोनों ही फॉसिल फ्यूल से जरूर बनते हैं लेकिन इनमें काफी अंतर होता है. इन दोनों में ही हाइड्रोकार्बन होता है. यानी, कार्बन और हाइड्रोजन के मॉलिक्यूल होते हैं. लेकिन, पेट्रोल के मुकाबले डीजल में कार्बन मॉलिक्यूल ज्यादा होते हैं और हाइड्रोजन के मॉलिक्यूल कम होते हैं. इसके साथ ही, पेट्रोल कम तापमान पर आग पकड़ लेता है जबकि डीजल को जलाने के लिए ज्यादा तापमान चाहिए. इसीलिए, इन दोनों फ्यूल के लिए इंजन को अलग-अलग तरह से बनाया जाता है। पेट्रोल इंजन की तुलना में डीजल इंजन हाई कंप्रेशन रेशियो पर काम करते हैं. डीजल इंजन में फ्यूल इंजेक्ट करने से पहले हवा को ज्यादा कंप्रेस किया जाता है, जिससे यह गर्म होती है और फिर कम्बशन होता है.
हाई कंप्रेशन रेशियो होने के कारण डीजल फ्यूल का ज्यादा एफिशिएंटली कम्बशन हो पाता है. इसके अलावा, पेट्रोल के मुकाबले डीजल में ज्यादा एनर्जी डेंसिटी होती है. इसका मतलब है कि पेट्रोल के मुकाबले समान मात्रा में डीजल ज्यादा पावर जनरेट कर सकता है. जब इंजन में डीजल जलाया जाता है, तो यह पेट्रोल की तुलना में प्रति यूनिट ज्यादा पावर जनरेट करता है. इससे कार कम फ्यूल में ज्यादा चल पाती है. इन सभी कारणों के चलते डीजल इंजन वाली कारें ज्यादा माइलेज देने में सक्षम हो पाती हैं.