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Garlic Farming : लहसुन की ये 5 किस्में ठंडे इलाकों में भी देगी शानदार उत्पादन, मिलेगा 50 टन तक पैदावार

Garlic Farming :किसान अक्टूबर में लहसुन की फसल लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। ठंडे क्षेत्रों में कई प्रकार का लहसुन अधिक उत्पादन देता है। लहसुन की मांग हर समय बाजार में रहती है। लहसुन की खेती ऐसे में लाभदायक हो सकती है।

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Garlic Farming : लहसुन की ये 5 किस्में ठंडे इलाकों में भी देगी शानदार उत्पादन, मिलेगा 50 टन तक पैदावार 

The Chopal, Garlic Farming : लहसुन की यह किस्म बहुत लोकप्रिय है। इस किस्म के सफेद कंद बड़े और मलाईदार होते हैं। कंद में दस से चौबीस कलियां होती हैं। 240 से 270 दिनों में यह किस्म पक जाती है। इसकी औसत उपज प्रति हेक्टेयर 17–20 टन है। यह किसी भी मिट्टी में पनप सकता है। यह किस्म कीटों और रोगों से सुरक्षित है।

लहसुन की यह किस्म किसानों के लिए बहुत अच्छी है। विशेषता यह है कि इसे पांच महीने तक स्टोर किया जा सकता है और इस दौरान इसकी गुणवत्ता बरकरार रहती है। 240 से 270 दिन में यह किस्म पककर तैयार हो जाती है और 18 से 25 टन प्रति हेक्टेयर उत्पादन देती है।

240 से 250 दिनों में यह लहसुन की किस्म पककर तैयार हो जाती है। ये किस्म 40 से 50 टन/हेक्टेयर ऊपज देती है। यह लहसुन की प्रजाति ठंडे स्थानों में अधिक प्रभावी है।

यह प्रकार का लहसुन खाना बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ है। लहसुन की इस प्रजाति को अचार और चटनी बनाने में उपयोग किया जाता है। 15 टन प्रति हेक्टेयर की उपज इस किस्म से मिलती है और 240 से 250 दिन में पककर तैयार हो जाती है। ये लहसुन की किस्म ठंडे स्थानों में उगाने के लिए अच्छी है।

VL ग्लास 1: लहसुन की इस किस्म का उत्पादन प्रति हेक्टेयर 14 से 15 टन है। 240 से 270 दिनों में यह पककर तैयार हो जाएगा। खास बात यह है कि यह किस्म अक्टूबर में लगाई जाती है और ठंडे क्षेत्रों में उगाने के लिए बहुत अच्छी है।