UP में किसानों के लिए अच्छी खबर, फ्री मिलेंगे सरसों समेत ये बीज
Uttar Pradesh News :उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी सामने आई है। राज्य सरकार ने किसानों को अधिक उत्पादन देने वाली सरसों का बीज फ्री में देने की योजना बनाई है। इसके तहत किसानों को सरसों और तोरिया की अच्छी प्रजाति के बीज मुफ्त दिए जाएंगे। किसानो को वितरण की जाने वाली सरसों की ये किस्म कम खर्च में अत्यधिक उत्पादन देने में सक्षम है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता से भरपूर है।

UP Farmers News : देश में रबी सीजन की शुरुआत होने वाली है। इस सीजन में किसान सरसों, गेहूं, चना, जो, मेथी और जई बिजाई करते हैं। इसकी तैयारी के लिए किसान अच्छी गुणवत्ता वाले बीज के लिए तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने प्रदेश के किसानों को सरसों और तोरिया की अच्छी प्रजाति के बीज फ्री में वितरण करने की योजना बनाई है।
उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की आय में बढ़ोतरी करने के लिए लगातार कठिन प्रयास कर रही है। मुजफ्फरनगर जनपद में बड़ी संख्या में किसान सरसों की बिजाई करते हैं। किसानों को सरसों का बीज कृषि विभाग की ओर से निशुल्क दिया जाएगा। इसके लिए जनपद में बी खेत पहुंच गई है। जिले में किसानों के लिए सरसों का बीज 24 क्विंटल और तोरिया का बीज 1 क्विंटल वितरण करने के लिए आया है। बी मिनी किट के रूप में प्राप्त हुआ है। प्रत्येक पैकेट में बीज की मात्रा दो किलोग्राम है।
जिला कृषि अधिकारी राहुल सिंह तेवतिया ने बताया, सरसों और तोरिया की मिनी किट प्राप्त हो गई है। कुल 1250 मिनी किट प्राप्त हुई हैं। सोमवार से वितरण शुरू होगा। गोदामों से केवल उन्हीं किसानों को बीज दिया जाएगा, जिनका विभगा में पंजीकरण हैं। यदि नहीं है तो तत्काल करा लें। पाश मशीन के माध्मय से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा। इसके लिए किसान आधार कार्ड, रजिस्टेशन नंबर और जिस मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन किया है वह जरूर लेकर आए।
सरसों की पूसा मस्टर्ड-32 किस्म का बीज दिया जाएगा
जिला कृषि अधिकारी ने बताया, किसानों को सरसों की पूसा मस्टर्ड-32 किस्म का बीज दिया जाएगा। जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था पूसा ने विकसित किया है। इस किस्म की खास बात यह है कि इसमें सफेद रतुआ रोग लगने की संभावना बेहद कम है, जिससे अच्छी पैदावार देने में समक्ष है। किसान 25 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन ले सकते हैं। वहीं तोरिया की प्रजाति पीटी 508 का बीज वितरित किया जाएगा। हालांकि जनपद के किसान तोरिया की खेती के प्रति आकर्षित नहीं हैं।