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किसान के बेटे रवि कुमार दहिया के संघर्ष की कहानी, पिता किराए पर जमीन लेकर करते थे खेती

Ravi Kumar Dahiya : आज हम बात करेंगे पहलवान रवि कुमार दहिया की जिन्होंने अपने संघर्ष के दम पर आज इतना बड़ा मुकाम हासिल किया. इस कहानी में हम बताएंगे की किस प्रकार रवि ने गरीब परिवार में माता पिता के बेहतर सहयोग से तैयारी की और किस तरह आज देश का नाम रोशन किया
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किसान के बेटे रवि कुमार दहिया के संघर्ष की कहानी, पिता किराए पर जमीन लेकर करते थे खेती

Ravi Kumar Dahiya : आज हम बात करेंगे पहलवान रवि कुमार दहिया की जिन्होंने अपने संघर्ष के दम पर आज इतना बड़ा मुकाम हासिल किया. इस कहानी में हम बताएंगे की किस प्रकार रवि ने गरीब परिवार में माता पिता के बेहतर सहयोग से तैयारी की और किस तरह आज देश का नाम रोशन किया आइये जानें,

किसान के बेटे रवि कुमार दहिया के संघर्ष की कहानी, पिता किराए पर जमीन लेकर करते थे खेती
रवि कुमार दहिया

उनके पिता एक किसान थे

पहलवान रवि कुमार दहिया का जन्म 12 दिसंबर 1997 को हरियाणा के जिले सोनीपत के नाहरी गांव में हुआ था. रवि दहिया के पिता का नाम राकेश दहिया है. रवि दहिया का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था. उनके पिता एक किसान थे, लेकिन उनके पास खुद की कोई जमीन नहीं थी. वह दूसरे के खेतों को किराए पर लेकर खेती करते थे.

पिता का बेटे के लिए संघर्ष

रेसलर रवि कुमार दहिया की सफलता के पीछे सबसे बड़ी मेहनत, त्याग, और संघर्ष उनके पिता राकेश दहिया का है. परिवार की आय बहुत निम्न थी इसलिए पिता दूसरों के खेतों में खेती कर घर का खर्चा चलाया करते थे. रवि रेसलिंग की तैयारी दिल्ली में कर रहा था लेकिन पहलवानी के लिए दूध, दही और मक्खन जैसे जरूरी खाने की चीजें खरीदने तक के पैसे नहीं थे.

उनके पिता रोजाना गांव से 40 किलोमीटर की दूरी तय कर उनको दूध दही और मक्खन जैसी जरूरी चीजें देने दिल्ली जाया करते थे. पिता के इसी संघर्ष और जुनून के कारण उनका बेटा रवि आज इतिहास के सुनहरे पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा रहा है. जब भी रवि के सफलता की बात होगी वहां पिता के संघर्ष का भी जिक्र जरूर आएगा.

दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में रेसलिंग की ट्रेनिंग ली

रवि दहिया ने पूरे देश में कुश्ती के स्कूल के तौर पर पहचाने जाने वाले दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में रेसलिंग की ट्रेनिंग ली है. यहां रवि दहिया ने सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त दिग्गज खिलाड़ियों को खेलते हुए देखा. छत्रसाल स्टेडियम में रेसलिंग की ट्रेनिंग लेकर रवि दहिया एक अंतराष्ट्रीय पहलवान बने. सतपाल सिंह और वीरेंद्र कुमार रवि दहिया के कोच है.

बता दें की रवि दहिया जिस क्षेत्र से आते हैं, वहीँ से फोगाट बहनें, बजरंग पुनिया, योगेश्वर दत्त जैसे दिग्गज रेसलर भी आते हैं. रवि दहिया भी रेसलिंग करना चाहते थे, परंतु उनके परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी. बावजूद इसके रवि दहिया के परिजनों ने उनका रेसलर बनने में पूरा सपोर्ट किया.

रवि कुमार दहिया यह रही उपलब्धियां

2. दहिया ने साल 2015 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर पदक जीता.

2. साल 2017 में हुई सीनियर नेशनल्स गेम्स में रवि दहिया ने शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में पहुंचे, लेकिन चोट के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा. Ravi Kumar Dahiya

3. रवि दहिया ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में एशियन चैंपियन रीज़ा अत्रीनाघारची को हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया था.

4. साल 2018 में रवि दहिया ने अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर पदक अपने नाम किया.

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