UP में कानपुर से इस जिले तक 3700 करोड़ में बनेगा 112 किमी लंबा 4 लेन हाईवे

UP News : उत्तर प्रदेश की इस जिले में हाईवे 34 के समांतर एक और फोनलेन सड़क का निर्माण की तरफ से रोल इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर ऐतिहासिक फैसला है। इस प्रोजेक्ट पर लगभग 3700 करोड रुपए का खर्च अनुमानित है। यह फोरलेन सड़क बनने के बाद आम जनता की जीवन शैली में बदलाव होने के साथ-साथ उद्योग आवास और बेरोजगारों की तकदीर में चमकने वाली है।

 
UP में कानपुर से इस जिले तक 3700 करोड़ में बनेगा 112 किमी लंबा 4 लेन हाईवे

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की दिशा में वाकई ऐतिहासिक कदम है। हाईवे 34 के समांतर बनने वाली फोरलेन सड़क न केवल ट्रैफिक का दबाव कम करेगी, बल्कि उस पूरे क्षेत्र को आर्थिक रूप से ऊंचाई पर ले जाएगी। हमीरपुर जिले के सुमेरपुर और मौदहा क्षेत्र में हाइवे 34 के साथ एक समानांतर फोरलेन सड़क बनाने का अनुमोदन एक महत्वपूर्ण फैसला है। इससे पूरे क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी, जिससे व्यापार, कृषि और आम जनता दोनों को फायदा होगा। क्षेत्रीय लोगों को सड़क निर्माण की जानकारी मिलने पर खुशी मिल रही है।

हमीरपुर समेत बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा

उत्तर प्रदेश में कानपुर से कबरई ग्रीन फोरलेन हाइवे हमीरपुर समेत बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। करीब 3700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस ग्रीन फोरलेन हाइवे से न सिर्फ आम लोगों की जीवनशैली बदल जाएगी, बल्कि उद्योग, आवास और बुनियादी ढांचा भी बदल जाएगा। यहां के व्यापारी, किसान और नौजवान मोदी सरकार की इस बड़ी सौगात से प्रसन्न हैं।  दरअसल, कानपुर के नौबस्ता से कबरई तक फोरलेन हाइवे बनाने की अनुमति दी गई थी।

ग्रीन हाइवे को कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर से महोबा के कबरई तक ले जाने का लक्ष्य था।  इसके लिए भी खोज शुरू की गई थी।  बाद में इस फोरलेन रोड का रुख बदला गया है।  अब कानपुर से पश्चिम दिशा में ग्रीन फोरेलन हाइवे बनेगा।  हमीरपुर की बेतवा और यमुना नदी में बन रहे पुल से फोरलेन हाइवे बनाने की योजना बनाई जा रही है।

NHAI ने मांग की

NHAI के परियोजना निदेशक अमन रोहिल्ला ने छप्पन गांव और मौजों की सूची प्रशासन को देने और जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने का अनुरोध किया है।  फोरलेन की दिशा बदलने से महोबा, हमीरपुर और सीमा से लगे कानपुर नगर के कई इलाकों में उत्साह है।  दीपू गुप्ता, मुन्ना, मिथलेश और गणेश सिंह सहित कई लोगों का कहना है कि फोर लेन बनने से यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और हाइवे 34 पर वाहनों का दबाव कम होगा।  इससे यातायात आसान होगा और जाम की समस्या कम होगी।

लोगों का कहना है कि सड़क दुर्घटनाएं कम हो जाएंगी।  मुख्य कस्बों से भारी वाहनों का ट्रैफिक फोरलेन पर स्थानांतरित हो जाएगा।  इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और लोग सुरक्षित रहेंगे।  यह भी कहा जाता है कि नई सड़क से व्यापार और उद्योग बढ़ेंगे।  क्षेत्रीय उद्यमी बेहतर कनेक्टिविटी से लाभ उठाएंगे।  शहरों में यातायात कम होने से व्यापारियों को राहत मिलेगी और बाजार सुविधाजनक हो जाएगा।

बेरोजगारों की तकदीर चमकेगी

फोरलेन रोड कृषि क्षेत्र को विकसित करेगा  फोरलेन बनाने से किसानों को अपनी फसल को बड़े बाजारों तक पहुंचाना आसान होगा।  भूमि अधिग्रहण करने वाले किसानों को उचित मुआवजा और रोजगार के नए अवसर मिल सकते हैं।  फोरलेन से आवासीय और बुनियादी ढांचा विकसित होगा, नई सड़क के आसपास होटल, ढाबे, पेट्रोल पंप और अन्य सुविधाएं विकसित होंगी, जिससे स्थानीय रोजगार बढ़ेगा।

पर्यटन और ऐतिहासिक स्थानों को प्रोत्साहित करना

नए शहरी और व्यावसायिक क्षेत्र भी शामिल होंगे।  लोगों का मानना है कि पर्यटन और परिवहन क्षेत्र में सुधार होगा, अच्छी सड़क सुविधा से क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, जिससे स्थानीय पर्यटन स्थलों और ऐतिहासिक स्थानों को बढ़ावा मिलेगा, निवेश के नए अवसर पैदा होंगे और बेहतर बुनियादी ढांचे की वजह से इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए उद्योगपति और कंपनियां आकर्षित होंगे, जिससे आर्थिक विकास होगा।

हादसे कम होंगे

ग्रीन फोरलेन हाइवे सड़क परियोजना केवल सड़क बनाने का काम नहीं है; यह हमीरपुर, सुमेरपुर और मौदहा क्षेत्र के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है।  इससे यातायात में सुधार होगा, व्यवसाय और नौकरी के नए अवसर पैदा होंगे और सड़क दुर्घटनाओं में कमी होगी।  इस कदम से आने वाले वर्षों में बुंदेलखंड और अधिक समृद्ध हो सकेगा।  इससे क्षेत्रीय लोग प्रसन्न हैं।