Uttarakhand के इन शहरों बीच बिछेगी 125 किलोमीटर की नई रेल लाइन, 12 स्टेशन और 16 पुल बनेंगे

Rishikesh Karnprayag Rail Line Project : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना का कार्य तेजी से पूरा हो रहा है। केंद्रीय परियोजना महाप्रबंधक ने कहा कि ट्रैक बिछाने का काम अब तक 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। 2026 तक रेल सेवा भी शुरू हो जाएगी। साथ ही, परियोजना का 105 किमी सुरंग क्षेत्र भी है।
 

The Chopal (Uttarakhand News) : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना, जो राष्ट्रीय और सामरिक महत्व की है, में सुरंगों की खोदाई का कार्य लगभग 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। रेलवे विकास निगम का दावा है कि सुरंगों की खोदाई वर्ष 2025 तक पूरी हो जाएगी। RVNL का दावा है कि रेल सेवा 2026 के अंत तक शुरू हो जाएगी।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने शुक्रवार को रेलवे विकास निगम (आरवीएनएल) परिसर में पत्रकारों से वार्ता की। उनका दावा था कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। अनुभवी कंपनियों को नौकरी दी गई है।

213 किमी मुख्य और सहायक सुरंगों में से 153 किमी खोदा गया है। 104 किमी लंबी मुख्य सुरंगें हैं। 75 किमी की खोदाई हो चुकी है। Yadav ने कहा कि सभी अतिरिक्त सुरंगें हाईवे से जोड़ी जाएंगी। यात्रियों को आवश्यकता पड़ने पर सीधे हाईवे पर निकाला जा सके।

उसने कहा कि सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के तहत विभिन्न क्षेत्रों में लगभग एक करोड़ रुपये का काम किया जा रहा है। डीजीएम ओपी मालगुड़ी, भूवैज्ञानिक विजय डंगवाल, हेमेंद्र कुमार, भूपेंद्र सिंह आदि इस अवसर पर उपस्थित थे।

पटरी बिछाने का काम जून तक शुरू हो जाएगा।

जीत सिंह यादव ने कहा कि कोशिश की जा रही है कि जून तक पटरी बिछाने का काम शुरू हो जाए। पटरी बिछाने की निविदा जारी है। 20 फरवरी को तकनीकी बिड खुला है। इसके मूल्यांकन के बाद अप्रैल में वित्तीय बिड भी खोला जाएगा। पटरी बिछाने का काम दो महीने बाद दिया जाएगा। उसने कहा कि परियोजना में कुल 16 रेलवे पुल भी हैं, जिनमें से श्रीनगर, लक्ष्मोली, गूलर और चंद्रभागा के पुल बन कर तैयार हैं। शेष बारह पुलों का निर्माण भी पचास प्रतिशत पूरा हो गया है।

RVN दो मोटर मार्गों को सुधार कर रहा है

आरवीएनएल अपने सीएसआर धन से 10 किमी कीर्तिनगर जनासू मोटर मार्ग और करीब 14 किमी देवप्रयाग-पौड़ी मोटर मार्ग को सुधार रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों मार्गों पर डामरीकरण और सुरक्षा उपायों की जांच की जाएगी। दोनों राजमार्ग करीब 25 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे हैं। कीर्तिनगर-जनासू मोटर मार्ग का काम लगभग पचास प्रतिशत पूरा हो चुका है। देवप्रयाग-पौड़ी मोटर मार्ग पर कार्य जल्द शुरू होगा।

अगस्त में स्टेशन निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया

CPM अजीत सिंह यादव ने बताया कि परियोजना में कुल बारह स्टेशन हैं। योगनगरी और वीरभद्र रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो चुके हैं। अब दस स्टेशन बनने वाले हैं। स्टेशन का निर्माण अगस्त तक पूरा हो जाएगा। श्रीनगर और कर्णप्रयाग बड़े स्टेशन हैं। टनल में देवप्रयाग और जनासू स्टेशनों का कुछ हिस्सा शामिल है। टनल बाकी सभी स्टेशनों से दूर है।

ये पढ़ें - UP में इस शहर में बनाएं जाएंगे 6 नए सेक्टर, 10 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण