UP में बनेगा 170 किमी का ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, 7 से अधिक जिले सीधे जुड़ेंगे, बेहद बड़ा है प्रोजेक्ट

UP News: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की राज में विकास कार्यों की पिछले कुछ सालों में झड़ी सी लग चुकी है। प्रदेश को अब रेलवे का ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के प्रोजेक्ट पर प्रदेश में 7500 करोड रुपए खर्च होने वाले हैं। प्रदेश के कई जिलों का इसका सीधा फायदा पहुंचाने वाला है।

 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना पर काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर लगभग 7500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे प्रदेश के कई जिलों को सीधा लाभ मिलेगा। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का सर्वे करने में आठ महीने लगेंगे। 170 किमी के इस कॉरिडोर से कानपुर, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, सीतापुर, बाराबंकी और अयोध्या सहित कई जिले जुड़ेंगे। इस परियोजना में 7500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

बुधवार को हजरतगंज स्थित मंडल कार्यालय में एक प्रेसवार्ता में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने यह जानकारी दी हैं। उनका कहना था कि चारबाग, ऐशबाग और लखनऊ जंक्शन जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर ट्रेनों का दबाव कम करने में कॉरिडोर मदद करेगा। कॉरिडोर को आसानी से कनेक्टिविटी स्टेशनों से जोड़ा जाएगा।  साथ ही, मोहनलालगंज और आगरा एक्सप्रेस वे की ओर एक लॉजिस्टिक पार्क भी बनाया जाएगा। परियोजना का सर्वे मंजूर है। इसका काम जल्द ही शुरू होगा।  योजना को 2031 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 

वार्ता में वरिष्ठ डीसीएम कुलदीप तिवारी उपस्थित थे।  उनका कहना था कि लखनऊ और ऐशबाग स्टेशनों पर लगभग 90 प्रतिशत मालगाड़ियां और 70-80 प्रतिशत पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं।  ट्रेनों को अधिक दबाव की वजह से बाहर रुकना पड़ता है।  इसलिए ट्रेनें देरी करती हैं।  इसमें भी कॉरिडोर से राहत मिलेगी। ग्रीन फील्ड मेगा पैसेंजर टर्मिनल भी बनेगा, जो सातों प्रमुख सड़कों को ऑर्बिटल कॉरिडोर से जोड़ेगा। 30 से अधिक लाइनें और बीस प्लेटफॉर्म टर्मिनल पर होंगे। DRM ने बताया कि अगले महीने मंडल के 100 वर्ष पूरे होंगे।  ऐसे में सांस्कृतिक जागरुकता और कार्यक्रम होंगे।

चारबाग का विकास तेजी से होगा

डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि चारबाग स्टेशन को अपग्रेड करने के लिए दूसरी एंट्री का निर्माण जून तक पूरा होना चाहिए।  इससे पहले, मुख्य प्रवेश द्वार पर निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। आवाजाही को सुगम बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।